Sep 6, 2018
रामेश्वर मरकाम - तकरीबन पिछले 35 दिनों से मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे स्वास्थ्यकर्मियों पर बड़ी गाज गिरी है 290 स्वास्थ्य कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है बर्खास्त किये गए कर्मचारियों में बीईई सुपरवाइजर, एलएचवी और आरएचओ शामिल है कलेक्टर के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1965 के नियमों के उल्लंघन को आधार बनाकर ये कार्रवाई की गई है।
1 अगस्त से कर रहे थे हड़ताल
दरअसल बीते 1 अगस्त से ये सभी कर्मचारी विभिन्न मांगों को लेकर राजधानी रायपुर मे हड़ताल पर थे ग्राउंड लेवल पर काम करने वाले इन कर्मचारियों के हड़ताल से सरकारी सवास्थ्य सेवा चरमरा रही थी खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में जहा सरकारी अस्पताल ही एक इलाज का विकल्प होता है वहाँ आम लोग काफी परेशान थे इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की सभी योजनाए थम गई थी इन कर्मचारियों को शासन की तरफ से 3 बार अलग अलग नोटिस भेज कर काम पर लौटने की ताकीद की गई थी।
रिक्त पदों पर होगी नए कर्मचारियों की नियुक्ती
वही अंतिम नोटिस 29 अगस्त को भी भेजी गई थी, जिसके बाद कुछ कर्मचारी काम पर वापस लौट आए है और बाकी कर्मचारी प्रदर्शन नही छोडा जिसके चलते अत्यावश्यक सेवाओ से जनता को वंचित रखने का जिम्मेदार ठहरा कर अब 290 कर्मचारियों की सेवा समाप्ति कर दी गई है उम्मीद है जल्द ही रिक्त पदों पर नए कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी जिससे स्वास्थ्य सेवाएं वापस पटरी पर लौट सकें।