May 9, 2018
सोमवार को पखांजूर क्षेत्र के ग्राम पीवी 18 मायापुर के एक स्कूली छात्र ने अपने दिव्यांग पिता की गाड़ी से खींचते हुए कलेक्टरेड पहुँचा दिव्यांग ने बताया कि उसके नाम पर राशन कार्ड तो है लेकिन उसके पास नहीं है उसका कहना था कि ग्राम पंचायत सचिव से मांग करने पर कहा कि तुम्हारा राशन कार्ड जिला कार्यालय में है एक राशनकार्ड के लिए उतना दूर नहीं जा सकता।
जब जाऊंगा तब लाऊंगा दिव्यांग अजीत राय ने बताया कि वह बचपन से दिव्यांग है और उसकी पत्नि भी दिव्यांग है किसी तरह शासन की योजना के तहत पेंशन 350 रुपये मिलती है ग्राम पंचायत द्वारा राशन कार्ड बनने की बात कही जाती है लेकिन राशनकार्ड मांगे जाने पर कार्ड का नंबर ही सचिव के द्वारा दिया जाता है और शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकान से दस किलो चावल मिलता है किसी तरह से स्कूली बच्चों को टियुशन पढाता है जिससे मिलने वाली राशि से परिवार का भरण पोषण करता है दिव्यांग अजीत राय ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ट्राईसायकल और राशनकार्ड दिलाने की मांग की है।