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कोरबाः बालको इलाके में दर्जनों मकान बाढ़ की चपेट में, श्रमिक बस्तियों में पानी का भराव

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Aug 7, 2019

मनोज यादव- देर रात से शुरू हुई झमाझम ने कोरबा शहर को तरबादर कर दिया। शहर का नदी नाले का निचला हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ गया। कई घर धरासाही हो गए। वहीं पिता पुत्र नाले के टापू में फंस गए, जिसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। सड़क, स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी के अलावा श्रमिक बस्तियों में पानी का भराव बढ़ गया है। झमाझम बारिश देर रात से लगातार हो रही है। शहर की टीपी नगर सीतामढ़ी इमली डुग्गू काशी नगर बुधवारी खपरा भट्ठा के अलावा कई जगहों पर पानी के भराव हो जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बालको नगर के कई इलाकों में डेम नदी नाला का पानी बस्ती की ओर बहने लगे। इस हादसे में बालको इलाके में दर्जनों मकान बाढ़ की चपेट में आ गया। कई मकान धराशाही हो गए।

बाढ़ की चपेट में आने से नाले में ही फंसे दो लोगों को बचाया गया

एक परिवार नाले में मछली पकड़ने बालको नाला गया हुआ था। बाढ़ में फंसे फिरत सिदार की माने तो सुबह 9:00 बजे के लगभग हो रही हल्की बारिश में बालकों के नाले पर मछली पकड़ने गया हुआ था। इस दौरान अचानक नदी पर पानी का तेज बहाव आ गया और बाहर निकलने में असमर्थ हो गया। लोगों को बचाने के लिए आवाज देते रहे लेकिन लोग केवल तमाशबीन बनकर देखते रहे। बस्ती में ही रहने वाले देव प्रसाद नामक युवक ने हिम्मत दिखाकर पिता-पुत्र को बाहर निकाला। इसके लिए वह तहे दिल से धन्यवाद दिया। देव प्रसाद ने बताया कि वह घर से बाहर मौसम का नजारा देखने निकला हुआ था। जब वह देखा कि एक 6 वर्षीय पुत्र अपने पिता के साथ बीच नाले में फंसा है, तब उसने नदी पर छलांग लगाई और वो गमछे और तैरती सुखी लकड़ी और प्लाटिक के समान के जरिये पकड़ कर बाहर निकाला। वहीं इस घटना के बाद जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर एसपी कलेक्टर समेत आला अधिकारी मौजूद थे। जहां बाढ़ पीड़ित लोगों को बालकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ठहराया और उनके खाने-पीने के लिए उचित व्यवस्था की। कोरबा डीएसपी राम गोपाल कारियारे ने बताया कि बचाने वाले युवक को पुरस्कृत किया जाएगा।