Jun 4, 2018
सरगुजा जिले में पिछले लगभग डेढ़ वर्षों से हाथियों का उत्पात क्षेत्र लखनपुर विकासखंड के ग्राम पटकुरा घटोन डांड़केसरा के ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। पिछले कई दिनों से हाथी इस क्षेत्र में स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं अभी तक हाथियों द्वारा लगभग एक दर्जन ग्रामीणों का घर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। हाथियों से जानमाल की सुरक्षा को लेकर चिंतित ग्रामीण बाल बच्चों के साथ रतजगा कर रहे हैं। सांसद कमलभान सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष फूलेश्वरी सिंह राज्य अल्प संख्यक आयोग के सदस्य व पूर्व मेयर प्रबोध मिंज के साथ अन्य जनप्रतिनिधि हाथी प्रभावित गांव पटकुरा पहुंचे तो प्रभावित ग्रामीणों ने समस्याओं की झड़ी लगा दी। वन विभाग की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने सरगुजा वनमंडलाधिकारी के व्यवहार पर भी सवाल उठाया। क्षेत्रीय जनपद सदस्य ने लिखित में सांसद को ज्ञापन सौंपकर सरगुजा डीएफओ को हटाने तक की मांग कर दी।
हाथियों ने उजाड़ी बस्ती
सरगुजा जिले के मैनपाट व लखनपुर विकासखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में हाथियों की आवाजाही लगभग वर्ष भर हो गई है कुछ महीने पहले हाथियों ने घटोन बस्ती को उजाड़ दिया था। हाथियों के चले जाने के बाद गांव वाले नए सिरे से जीवन यापन की तैयारी में लगे हुए थे नए सिरे से बसाहट और आजीविका संवर्धन के प्रयास में जुटे ग्रामीणों को फिर से हाथियों के आ जाने से दिक्कत हो गई है। लगभग सोलह हाथियों का एक दल पिछले कई दिनों से इस क्षेत्र में विचरण कर रहा है। हाथियों ने अबतक बारह घर तोड़ दिए हैं। प्रभावितों के घरों में रखा अनाज चट करने के साथ ही हाथियों ने ग्रामीणों का सुखचैन छीन लिया है। हाथियों से घटोन पटकुरा डांड़केसरा व आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों की सामाजिक व आर्थिक गतिविधियां भी पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी हैं वन विभाग की ओर से सभी प्रभावितों को अभी तक मुआवजा नहीं दिए जाने की भी शिकायत की गई। वनमंडलाधिकारी के व्यवहार पर भी ग्रामीणों ने नाराजगी जताई। क्षेत्रीय जनपद सदस्य मंजू तिर्की ने जहां लिखित में सांसद को ज्ञापन सौंपकर वनमंडलाधिकारी को हटाने की मांग की है।
डीएफओ को हटाने की मांग
इस पूरे मामले में सरगुजा सांसद से बात की तो उन्होंने बताया की इस क्षेत्र में हाथियों का दल विचरण कर रहा है उसी समस्या को सुनने ग्रामीणों के बीच पहुंचे है और उनकी समस्या तो सुनी लेकिन इसी बीच ग्रामीणों ने सरगुजा डीएफओ को हटाने की मांग कर दी जिसपर सांसद ने कहा की मुख्यमंत्री को इस बारे में औगत कराया जायेगा और वही वन मंत्री को शिकायत करने की बात कही है।