Loading...
अभी-अभी:

लोकतंत्र सेनानी परिवार के धरने को नहीं मिली अनुमति, शासन पर सेनानी परिवारों को प्रताड़ित करने के लगे आरोप

image

Mar 26, 2019

 ओमप्रकाश शर्मा : सत्यापन की मांग को लेकर राजधानी में आज लोकतंत्र सेनानी परिवार धरना देने वाले थे लेकिन उनके धरने को अनुमति नही मिली है। इधर अनुमति नही मिलने के बाद लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानन्द उपासने ने प्रदेश शासन व जिला प्रशासन पर लोकतंत्र सेनानी परिवारों के साथ आपातकाल जैसा समान व्यवहार कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

प्रशासन ने सेनानियों को किया प्रताड़ित
सच्चिदानंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब लोकतंत्र सेनानी संघ ने पन्द्रह दिनों पूर्व प्रदेश स्तरीय धरना देने के लिए विधिवत आवेदन पत्र देकर जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने आज तक संघ के आवेदन पत्र पर कोई भी आदेश जारी नहीं किया। पुलिस प्रशासन ने मौखिक रूप से अनुमति नहीं देने के बारे में भी जानकारी चाही गई थी। इसके साथ ही पूरे प्रदेश से कोने-कोने से बुजुर्ग सेनानी परिवार अपने-अपने घरों से निकलकर धरना के लिए रायपुर प्रस्थान कर चुके थे और धरना की तैयारियां भी पूर्ण हो चुकी थी। लेकिन प्रशासन ने सरकार के इशारों पर अपना दमनात्मक व आपात्काल के समान रवैया अपना कर सेनानियों को प्रताड़ित कर रही है।

शासन मीसाबंदियों को कर रहा प्रताड़ित
उपासने ने आगे कहा कि लोकतंत्र सेनानी ना तो जुलूस निकालने वाले थे ना ही प्रदर्शन करने वाले थे। उनकी वो शासन से केवल एक ही मांग शांतिपूर्वक थी कि जब शासन ने 28 जनवरी तक सत्यापन का आदेश जिला कलेक्टरों को जारी किया गया था तो सत्यापन के नियम शर्ते शासन ने दो माह बाद भी क्यों नहीं किए। जिससे शासन की मंशा केवल मीसाबंदियों को प्रताड़ित करना ही दिखाई दे रही। उपासने ने कड़े शब्दों में शासन व प्रशासन के इस तानाशाही पूर्ण रवैये को अलोकतांत्रिक करार देते हुए लोकतंत्र की हत्या बताया हैं।