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महासमुंदः पोषक आहार बनाने वाले समूह की मनमानी, गुणवत्ताहीन रेडी टू ईट की कर रहे थे सप्लाई

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Oct 4, 2019

रेखराज साहू - सरकार कुपोषण दूर करने पूरक पोषण आहार योजना चला रही है, लेकिन पोषक आहार बनाने वाले समूह अपनी मनमानी करते हुए लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने में लगे हैं। ताजा मामला महासमुंद जिले के बागबाहारा ब्लॉक से सामने आया है। जहां पोषक आहार रेडी टू ईट बनाने वाली दो समूह, ज्योति महिला स्व सहायता समूह और भवानी महिला स्व सहायता समूह को निलंबित कर दिया गया है। दोनों ही समूह खोपली पड़ाव बागबाहरा से संचालित होती थी, जो कसेकेरा सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्र टेका-1 और टेका-2 के साथ घुंचापाली सेक्टर के आंगनबाड़ी केन्द्र हाथीबाहरा में पोषक आहार रेडी टू ईट सप्लाई करते थे।

दोनों ही समूहों को तत्काल प्रभाव से किया गया निलंबित

पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी आंगनबाड़ी केन्द्रों के अचानक निरीक्षण पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान टेका-2 में सप्लाई की गई रेडी टू ईट में कीड़े और इल्लियां पाई गईं। साथ ही दबाव बनाकर कम पैकेट सप्लाई कर, ज्यादा पैकेट का पावती लिया गया था। इसके अलावा टेका-1 और हाथीबाहारा में सप्लाई की गई रेडी टू ईट को चख कर देखने पर दोनों ही जगह गुणवत्ताहीन पोषक आहार पाया गया। पोषक आहार में घोर लापरवाही बरतने के चलते जिला कार्यक्रम अधिकारी सुधाकर बोदले ने दोनों ही समूहों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अधिकारी की माने तो दोनों ही समूहों के आड़ में कोई सफेदपोश तीसरा व्यक्ति भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा था। जिसकी जांच के लिए पुलिस में शिकायत की जा रही है। आपको बता दें कि महासमुंद जिले में कुल 1784 आंगनबाड़ी केन्द्र शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित है। जहां 61 सेक्टरों के माध्यम से 55 रेडी टू ईट बनाने वाले समूह काम करते हैं।