Nov 2, 2019
आशुतोष तिवारी - सुकमा जिले के तीन गांवों में हुई आगजनी घटना के संदर्भ में न्यायिक आयोग की जांच आज आयोग दफ्तर कमिश्नर कार्यालय में पूरी की गई। आयोग ने 56 ग्रामीणों को बयान देने के लिये तलब किया था, जिसमें आज 31 गवाहों के बयान आयोग के समक्ष दर्ज किया गया। अब तक कुल आयोग के समक्ष 276 गवाहों के बयान दर्ज हो चुका है और अब भी 100 ग्रामीणों के बयान होना बाकी है। वहीं बयान दर्ज कराने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि जब यह घटना हुई थी, उस समय पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसके बाद कई घरों में आगजनी की घटना गठित हुई।
टीएमटीडी की जांच की आखिरी तारीख 11 नवंबर तक
टीएमटीडी आयोग के अध्यक्ष टी.पी.शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि आयोग की सुनवाई पूरी हो चुकी है। अब राज्य सरकार चाहेगी तो आगे जांच जारी रखेगी। साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने टीएमटीडी की जांच की आखिरी तारीख 11 नवंबर तक रखी है। अब जो भी निर्णय लेना है राज्य सरकार को लेना है। हम आपको बता दें कि 2011 में सुकमा जिले के ताड़मेटला, मोरपल्ली और तिम्मापुर में कई घरों में आगजनी की घटना हुई थी। साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर दोरनापाल में हमला भी हुआ था। जिसके बाद पूरे घटना की जांच सीबीआई और न्यायिक आयोग कर रहा है।