Sep 19, 2019
रवि गोयल - जांजगीर चाँपा जिले के अकलतरा क्षेत्र में स्थापित केएसके पावर प्लांट के लॉक आउट मामले में जिला प्रशासन, प्लांट प्रबंधन और मजदूर संघ के बीच भारी विवाद के बाद लॉक आउट खोलने के मामले में सहमति तो बन गयी है, मगर छत्तीसगढ़ मजदूर संघ (एचएमएस) ने प्लांट प्रबंधन के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का निर्णय लिया है। मजदूर संघ का आरोप है कि प्लांट प्रबंधन ने हमारे साथ वादाखिलाफी की है। 17 हजार रुपये न्यूनतम वेतन की सहमति बनने के बाद दूसरे दिन प्लांट प्रबंधन अपने वादे को तोड़ दिया और मजदूरों के खिलाफ साजिश के तहत प्लांट में मारपीट करवाई गई, ताकि झूठे मामले में फंसा देने के डर से मजदूर अपनी मांगों से पीछे हट जाए। मांगे पूरी नहीं होने पर मजदूर संघ ने सीएम हाउस घेराव की चेतावनी भी दी है।
मजदूर संघ ने जिला प्रशासन पर भी लगाया गंभीर आरोप
मजदूर संघ ने जिला प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आज जिला प्रशासन ने समझौता के लिए बैठक बुलाई थी मगर हमे अपनी बात बोलने नही दी गयी और प्लांट प्रबंधन के पक्ष में फैसला ले लिया गया है। वहीं मजदूर संघ का कहना है कि 10 सितंबर को प्लांट के अध्यक्ष के द्वारा 17 हजार रुपये न्यूनतम वेतन का वादा किया गया था। साथ ही मजदूरों के स्वास्थ सुरक्षा के लिए भी कई बड़े बड़े वादे किए गए थे। मगर दूसरे ही दिन बाहरी लोगों को प्लांट में घुसाकर प्रबंधन द्वारा मजदूरों के साथ मारपीट की गई जिसका हम विरोध करते है।