Loading...
अभी-अभी:

अंतागढ़ टेपकांड मामला : मतूराम पवार का कोर्ट में बयान दर्ज, छत्तीसगढ़ में मचा सियासी हड़कंप

image

Sep 8, 2019

आशीष तिवारी : अंतागढ़ टेपकांड मामले में मतूराम पवार की ओर से कोर्ट में बयान दर्ज कराने और पूरे मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित अन्य लोगों पर आरोप लगाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ में बड़ा सियासी हड़कंप मच गया है। इस पूरे मामले में मंतूराम पवार रमन सिंह को भी कटघरे में खड़ा किया है।

आरोपों पर रमन सिंह ने दी सफाई
मतूराम के आरोपों पर सफाई देते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा, कि मीडिया के माध्यम से जानकारी लगी है कि मंतूराम पवार ने ये आरोप लगाया है कि अंतागढ़ चुनाव को लेकर पैसे का लेनदेन हुआ है। मैं स्पष्ट रूप से इस बात को कहना चाहूंगा कि यह बयान राजनीति से प्रेरित है। दबाव बनाकर उससे ये बयान लिया गया है। दंतेवाड़ा का चुनाव करीब आ गया है। इस चुनाव को प्रभावित करने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र के तहत यहां के मुख्यमंत्री के इशारे से ये सब बयानबाजी हो रही है, क्योंकि 5 साल तक जो व्यक्ति लगातार कोर्ट में खड़े होकर, मीडिया के सामने साफ शब्दों में बोलता रहा है कि मुझ पर कोई दबाव नहीं था मैंने कभी पैसा नहीं लिया, मैंने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया। अचानक 5 साल बाद उसे पता नहीं कहां से ज्ञान की प्राप्ति होती है। और ऐसे आरोप- प्रत्यारोप लगाए जाते हैं।

न्यायालय में सारी बातें होंगी साफ 
रमन सिंह ने आगे कहा कि, उस दौरान मैं इंडिया में नहीं था, मैं अमेरिका में था। अमेरिका में रहते हुए अंतागढ़ के विषय को लेकर मेरी कभी किसी से कोई बात नहीं हुई। न कोई चर्चा हुई। इनसे मेरा कोई लेना देना नहीं। अचानक 2014 के बाद 2019 में मेरा नाम आने से मुझे आश्चर्य होता है कि किस प्रकार की झूठे और गलत बयान दिए जा सकते हैं। मुझे लगता है कि सारे मामलों में जिस प्रकार सरकार लगातार असफल होती जा रही है। सरकार के ओर से दर्ज एक-एक एफआईआर जिस तरीके से लगातार खारिज होते जा रहे हैं। अब ये एक षड्यंत्र करके, खरीद फरोख्त की राजनीति करके गलत बयान दिलाया गया है। आने वाले समय में न्यायालय में सारी बातें साफ हो जाएंगी। मंतूराम पवार का पहले कोर्ट में दिया गया बयान और शपथपत्र ही पर्याप्त है, जो उसे बार-बार कोर्ट में पेश किया है। उसके अब तक के सारे बयान मौजूद है। न्यायालय में यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह सारे बयान झूठ पर आधारित हैं। इस मामले में वकीलों से बात करके, अध्ययन करके कानूनी कार्यवाही करेंगे। ऐसे झूठे बयान देने वाले, गलतबयानी करने वाले लोगों पर पार्टी अनुशासनात्मक कार्यवाही जरूर करेगी।