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कसडोलः पत्नी की हत्या, प्रेमी पर प्राणघातक हमला और अंत में आत्महत्या

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Jul 19, 2019

केशव साहू- कसडोल थाना अंतर्गत लवन चौकी के ग्राम अहिलदा में रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया। जहां पति ने अपनी पत्नी के चरित्र शक करते हुये उसकी हत्या कर दी। वहीं गांव के ही भुनेश्वर साहू जिस पर उन्हें शक था, उस पर भी प्राण घातक हमला कर फरार हो गया था। फिर गांव से दूर जहर सेवन कर उसने आत्महत्या कर ली। मृतक कमल साहू के पास से सुसाइट नोट मिला है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि उनकी पत्नी महेश्वरी और गांव के ही भुनेश्वर का अवैध सम्बन्ध है जिसके चलते घटना को अंजाम दिया गया।

एक बार फिर शक ने कई घरों को उजाड़ दिया। बात करते हैं कसडोल अंतर्गत लवन चौकी से लगे ग्राम अहिलदा का जहा 17 जुलाई की रात एक साथ दो लोगों पर प्राणघातक हमला किया गया, जिसमें एक महिला माहेश्वरी थी, वहीं दूसरा भुनेश्वर साहू जो कृषिसाख समिति में चौकीदार का काम करता था। जिसे कोई अज्ञात नकाब पोश ने कुल्हाड़ी से खुले आम वार कर फरार हो गया। ऐसे में गांव के लोगों में दहशत लाजमी था। दोनों के परिजन उन्हें गम्भीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवन लाए। जहां उपस्थित डॉक्टर ने महिला महेश्वरी को मृत घोषित कर दिया। वहीं भुनेश्वर की नाजुक स्थिति को देखते हुये रायपुर रिफर कर दिया गया।

पत्नी के चरित्र पर करता था शक

गांव में घटना के बाद जैसे सभी ग्राम वासी सदमें में थे। मृतिका महेश्वरी के पति कमल साहू का लापता होना कोई बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहा था। लगातार कमल की पतासाजी की जा रही थी। उसी बीच ग्राम अहिलदा से लगा दूसरा गांव कोरदा में कमल का शव बरामद हुआ। मौके में पुलिस ने पहुँचकर जांच पड़ताल की, जिसमें जेब से लगभग पाँच पन्नों का सुसाइड नोट मिला। घटना स्थल में जहर की शीशी भी बरामद की गई।

घटना की तमाम जानकारी सहायक उपनिरीक्षक ईश्वर टोप्पो और मृतक के परिजन ने बयान दिया कि मृतक किशन अपनी पत्नी महेश्वरी और गांव के ही भुनेश्वर साहू के चरित्र पर शंका करता था। सुसाइड नोट में कमल ने साफ तौर पर लिखा भी था कि मेरे द्वारा कई बार अपनी पत्नी को समझाइश दी गई लेकिन उसने भुनेश्वर से मिलना नहीं छोड़ा, जिससे मैं क्षुब्ध हूं। सोचने वाली बात यह है कि अगर ये मात्र शक था, तो कहावत फिर से साबित हुई कि शक का कोई इलाज नहीं। जिसमें दो घर बर्बाद हो गए। एक तरफ महिला की मौत, दूसरी तरह भुनेश्वर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। ऐसे में कमल का आत्महत्या करना कहीं न कहीं पछतावा को जन्म देता है।