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पखांजुर में बारदाने की कमी के चलते नही हो पा रही धान की खरीदी

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Dec 10, 2018

सुशील सलाम : कांकेर जिले के धान खरीदी केंद्र पखांजुर में बारदाने कमी के चलते नही हो रहा धान की खरीदी। केंद्र में बारदाने की कमी से खरीदी प्रभावित हो रही है। बता दें कि धान खरीदी में नए बारदाना 60% एवं पुराना बारदाना 40% के बारदाने में होना है धान खरीदी। चुनावी घोषणा के चलते शुरू में असमंजस के चलते किसानों ने खरीदी केंद्राे में धान बेचना कम कर दिया था। लेकिन बाद में कांग्रेस के नेताओं द्वारा उनकी सरकार आने पर कर्ज की काटी गई राशि को खातों में समायोजित कर देने के बयान के बाद खरीदी केंद्रों में धान की आवक बढ़ गई है। लेकिन आवक के तुलना में समिति व लैम्पस प्रवंधक द्रारा बारदाने उपलब्ध नही कर पा रहे। जबकि शासन द्रारा किसान का एक एक धान का दाना खरीदने का दावा करता है। 

वहीं धान ख़रीदी के शुरुआत में ही बारदाने की कमी से किसान अपना साल भर का मेहनत का फसल नही बेच पा रहा है। आये दिन फड में किसान टोकन लेने के लिये जाते है लेकिन फड में बारदाने की कमी के चलते आगे टोकन जारी नही कर रहे है, किसान मायूस होकर घर बापस आ जाते है और किसानो का धान खुले में ही पड़ा नष्ट हो रहा है। हालांकि शासन द्वारा 1 नवंबर से ही धान खरीदी शुरू कर दिया था लेकिन पुराने बारदाने की व्यवस्था नही कर पा रहा है।

ऑपरेटर से मिली जानकारी अनुसार नए बारदाने तो पर्याप्त है लेकिन ख़रीदी में 40 % पुराने बारदाने की आवश्यकता होता है जो खरीदी केन्द्र में उपलब्ध नहीं है इसी कारण टोकन जारी नही पा रहे है लेम्प्स प्रबंधक सन्तराम वर्मा ने इस मामले में कहा पुराना बारदाना उपलब्ध है जोकि पुराने नियुक्त फड प्रभारी के पास रखा है, आज ही उनसे लेकर फड में भेजा जाएगा। प्रबंधक की इस गैर जिम्मेदाराना बातों से कई सवाल खड़ा हो रहा है कि अगर पुराने फड़ प्रभारी के पास पुराना बारदाना रखा है, तो वो कैसे नियम अनुसार तो बारदाना खरीदी केन्द्र में होना चाहिए और धान खरीदी 1 नवम्बर से सुरु हुई हैं तो एक माह बाद भी पुराना बारदाना खरीदी केन्द्र में क्यों नहीं लाया गया।