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मंच पर भावुक हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, लोकगायक स्व. मिथलेश साहू को दी श्रद्धांजली

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Dec 27, 2019

लोकेश सिन्हा : अंचल के ख्यातिनाम लोकगायक स्व. मिथलेश साहू को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रुआंसे गले से श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं श्री बघेल शोक सभा में अपने आपको रोक नहीं पाए और भरे मंच पर भावुक होकर रो पड़े। काफी समय तक उनके आंखों से आंसू बहते रहे, अंततः विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास मंहत मंच पर पहुंचकर श्री बघेल को ढांढस बंधाया। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी भावभीनी श्रद्धांजली
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज गरियाबंद जिले के ग्राम बारुका पहुंचकर राज्य के सुप्रसिद्ध लोकगायक मिथलेश साहू के दशगात्र कार्यक्रम में उनके पैतृक गांव में शामिल हुए और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित की। मुख्यमंत्री बघेल ने स्व. श्री साहू के परिवारजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी शोक-संवेदना प्रकट की है। इस अवसर पर उन्होंने शोक-संतृप्त परिवारजनों को ढ़ांढस बंधाया और श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मृतक की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू, गुंडरदेही विधायक कुंवर निषाद, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू मौजूद थे। 

मिथलेश का जाना छत्तीसगढ़ी संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति
शोक-सभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रुआँसे गले से भावुक होकर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि मिथलेश जी नहीं रहे, इस पर विश्वास करना कठिन है। उन्होंने कहा कि उनसे आखिरी मुलाकात दीपावली के मौके पर हुई थी । श्री बघेल ने कहा कि उनका निधन केवल उनके परिवार की नहीं बल्कि समाज और पूरे प्रदेश की क्षति है। उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि मिथलेश का जाना छत्तीसगढ़ी संस्कृति के लिए अपूरणीय है।

स्व. मिथलेश साहू का निधन अत्यंत दुःखद
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉं. चरणदास महंत ने कहा कि स्व. मिथलेश साहू का निधन अत्यंत दुःखद है। एक तरह से वे हम सबके परिवार के समान थे। कला के साथ-साथ समाज के लोगों के हित के बारे में भी सोचते थे। शोक सभा में भगवान से उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट मौन रह कर प्रार्थना किये।