Oct 28, 2019
छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार की महती योजना गोठन में जमा गोबर से दिए बनाए गए और उनकी बिक्री की गई। इससे उन लोगों की भी दिवाली हो गई जो इन्हें बनाने में लगे थे। प्रदूषण नाम मात्र का नहीं और गोबर का सड़क पर पड़े-पड़े खराब होना या गंदगी फैलाने का झंझट भी खत्म। सारे प्रदेश में गोबर से बने दिए की बिक्री ने चीनी उत्पादनों को भी जमकर टक्कर दी।
छत्तीसगढ़ का सारे देश को शानदार उपहार
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से भूपेश बघेल की नरवा गरवा घुरुवा बाड़ी योजना के तहत गांव-गांव में बने गोठानो में गोबर जमा होता था। जिसका सदुपयोग कंपोस्ट खाद बनाने में तो किया गया है। साथ ही दिवाली में उससे बनाए गए बेहद सुंदर और हल्के गोबर के दिए लोगों ने बहुत पसंद किये। सबसे अच्छी बात दिया खुद भी जलकर राख हो जाता है जो दिए उठाने के झंझट से भी बचाता है। सबसे अच्छी बात गांव-गांव में बनी महिलाओं की समितियां इसका निर्माण कर अच्छी खासी कमाई कर रही हैं जो उनकी दिवाली भी रोशन कर रही है। गोबर के दिए आने वाले सालों में संभवत सारे देश में बिकने लगे। यह छत्तीसगढ़ का सारे देश को शानदार उपहार होगा।