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आयुष्मान योजना के तहत पीएम मोदी की वेलनेस सेंटर खोलने की योजना खानापूर्ति हुई साबित

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Jul 2, 2018

आयुष्मान योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने पीएम मोदी की वेलनेस सेंटर खोलने की योजना जिले में खानापूर्ति साबित हो रही है 1 जुलाई से शुरु होने वाली इस योजना के लिए जिले में अब तक तैयारी पूरी नहीं हो पाई है खास बात ये है कि जिले में न तो स्वीकृत सेटअप के मुताबिक डाक्टर्स हैं न ही नर्सिंग स्टाफ इतना ही नहीं भवनों का भी पता नही है प्रधानमंत्री ने देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए वेलनेस सेंटर की स्थापना की घोषणा की है।

18 वेलनेस सेंटर खोले जायेगे

रायगढ़ जिले की बात करें तो जिले में कुल 18 वेलनेस सेंटर खोले जायेगे इन सेंटरों में ब्लड शुगर, बीपी जैसी 12 तरह की बीमारियों का इलाज मरीजों को निशुल्क किया जाना है सेंटरों में बीमारियों की स्क्रीनिंग के साथ ही साथ पैथालाजी कलेक्शन, इयर, मेंटल, डेंटल टेस्ट की सुविधा भी देनी है इतना ही नहीं टेली मेडिसीन के जरिए ये सेंटर इंटरनेट से भी जोड़े जाएंगे जिससे मेडिकल आफिसर क्रिटिकल बीमारियों की कांफ्रेंसिंग कर सकें।

नही हुई डाक्टरों की नियुक्ति

स्वास्थ्य विभाग इस योजना को लेकर गंभीर नजर ऩही आ रहा ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक वेलनेस सेंटर पर्याप्त सेटअप तैयार नहीं हो पाया है न तो डाक्टरों की नियुक्ति हुई है न ही पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ नियुक्त हुए हैं सेंटर की बात करें तो हर सेंटर में मिड लेबर हेल्थ प्रोवाइडर, मेल फीमेल वर्कर, आरएमए तथा वार्ड ब्वाय और नर्सों की नियुक्ति होनी है।

नए भवन तक की व्यवस्था नही

सेटअप तो दूर वेलनेस सेंटर के लिए नए भवन तक की व्यवस्था विभाग नही कर पाया है अतिरिक्त बजट स्वीकृत नही होने का हवाला देते हुए विभाग ने कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र को वेलनेस सेंटर के रुप में स्थापित करने की तैयारी की है जो प्रस्ताव विभाग ने तैयार किया है उसके मुताबिक बरमकेला ब्लाक में 6 सेंटर, धरमजयगढ़ ब्लाक में 9 सेंटर खोलने की तैयारी की गई है रायगढ़ ब्लाक की बात करें तो रायगढ़ ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को वेलनेस सेंटर का रुप देने की तैयारी की जा रही है।

स्वास्थ्य कर्मचारियों के 239 पद रिक्त

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई सुविधा नही है और इंट्रेंस गेट में ही जरा सी बारिश में पानी भर जाता है डाक्टरों के सेटअप की भी यही स्थिति है जिले में डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों के 239 पद रिक्त हैं रिक्त पदों की वजह से जिले के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही डाक्टरों का कमी है ऐसे में वेलनेस सेंटर की स्थापना बेहतर तरीके से हो पाएगी ये भी एक सोचनीय विषय है।

1 जुलाई तक योजना शुरु करने के निर्देश

विभागीय अधिकारी स्वीकार करते है कि वेलनेस सेंटर के लिए बजट जरुर स्वीकृत किया गया है लेकिन इसका आबंटन अब तक जारी नहीं किया गया है अधिकारियों का कहना है कि सेंटर को 1 जुलाई तक शुरु करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन इसमें देरी हो सकती है वेलनेस सेंटरों के लिए अलग से सेटअप की स्वीकृति मिली है जिसमें जल्द ही नियुक्तियां की जाएगी उनका ये भी कहना है कि फिलहाल प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में योजना शुरु करने के प्रयास किए जा रहे है इसके लिए कुछ भवनों को रिनोवेट भी किया जाएगा जल्द ही योजना आकार ले लेगी।