Mar 25, 2019
सत्या राजपूत : रायपुर के बालको मेडिकल सेंटर के पहले वर्षगांठ पर आयोजित कैंसर सर्वाइवर कार्यक्रम में मनीषा कोइराला पहुंची। वहीं कैंसर सर्वाइवर को संबोधित करते हुए मनीषा कोइराला ने कहा की कैंसर होना, मौत होने की घोषणा नहीं है। हम इससे लड़ सकते हैं। मुझे आखिरी स्टेज का कैंसर था मुझे पता था कि आपरेशन के दौरान मेरी मौत भी हो सकती है, लेकिन मैंने सोचा कि मरना तो है ही, कोशिश करने में क्या हर्ज है। उस वक्त मैं बिल्कुल अकेली थी।
मनीषा के मुताबिक, किसी भी गंभीर बीमारी से निपटने के लिए मानसिक संतुलन बनाकर रखना सबसे जरूरी होता है। डॉक्टर अपना काम कर चुके होते हैं। इंसान को खुद को मेहनत करनी पड़ती है। मानसिक रूप से भी और शारीरिक रूप से भी। सबसे जरूरी बात है खुद में हौंसला बनाए रखने की। डॉक्टर और उनके उपचार पर भरोसा रखने की कैंसर से लड़ने का यह अनुभव बॉलीवुड अभिनेत्री व कैंसर सर्वाइवर मनीषा कोइराला ने साझा किया। इस अवसर पर बालको प्रबंधन के तमाम उच्चाधिकारी और कैंसर पीड़ित लोग मौजूद रहे।