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कानन पेंडारी मिनी जू की दीवार अचानक ढ​ह जाने से जानवरों की सुरक्षा पर बढ़ा खतरा

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Dec 29, 2018

अभिषेक सेमर : बिलासपुर के कानन पेंडारी मिनी जू की दीवार के अचानक ढह जाने से जानवरों की सुरक्षा का ख़तरा ज्यादा बढ़ गया है क्योंकि मुख्यमार्ग से जानवरों के कैज की दूरियाँ बहुत ज्यादा नहीं है, जो कि महज चंद कदम के फासले पर ही है। ऐसे में कानन पेंडारी जू जो अपनी पिछली कुछ लापरवाहियों से खूब सुर्खियाँ बटोर चुका है उसके सुरक्षा पर भरोसा करना थोडा कठिन भी हो रहा है लिहाजा जब तक ये दीवार पहले की तरह ऊँची और मजबूत नहीं बन जाती तब तक जानवरों के लिए हर वक्त खतरे से खाली नहीं होगा।

बता दें कि कानन पेंडारी के चिड़ियाघर में कुछ सालों पहले ही बाहरी दीवार का निर्माण कराया गया था! इसके बावजूद ये दीवार ज्यादा समय तक साथ नहीं दे पाई और 50 मीटर लम्बी दीवार अचानक से ध्वस्त हो गई। वहीं इस दीवाल के गिरने की खबर जिसने भी सुनी वे कुछ पल के लिए हैरान रह गया। जिससे अचानक गिरी दीवार से वन प्रबंधन सवालों के कटघरे में फिर खड़े नज़र आ रहा है।

जू के बाहरी केम्पस की दीवार गिरने से वन्य जीवों के लिए और बाहरी लोगों के लिए भी खतरा हो गया है। जिसके चलते कानन पेंडारी जू प्रबधन ने तार और परदे लगाकर सुरक्षा व्यवस्था के इन्तिजाम किए है लेकिन दीवाल का दायरा ज्यादा लंबा होने के कारण वन विभाग की इस व्यवस्था की भी हवा निकल गई है! बावजूद इसके विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। मानों वन विभाग किसी बड़ी घटना को निमंत्रण देकर शांत बैठ गया हो जैसे! हालाकि इस संबंध में जू प्रबंधन प्रभारी अजय शर्मा ने मीडिया को बताया कि – दीवाल निर्माण के लिए प्रबंधन की ओर से शासन को राशि के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है! लेकिन राशी स्वीकृत नहीं होने के चलते दीवाल निर्माण का काम राम भरोसे है। जबकि नव वर्ष 1 जनवरी सामने खड़े हुआ है। इस दौरान बिलासपुर सहित प्रदेश-भर के सैलानी कानन पेंडारी में घुमने और पिकनिक मनाने लाखों की बड़ी संख्या में आते है। ऐसे में दीवार के गिर जाने से अनाधिकृत प्रवेश की स्थितियां बढेगी और उपद्र होने की संभावनाएं बनेगी। लेकिन देखना होंगा की इस बड़ी चुनौती के बीच विभाग का अगला कदम क्या होगा।