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छत्तीसगढ़ में प्रति 1 लाख की जनसंख्या पर 28 व्यक्ति कर रहे आत्म​हत्या

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Jun 10, 2019

रेखराज : छत्तीसगढ़ प्रदेश आत्महत्या के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर चौथे स्थान पर है और छत्तीसगढ़ प्रदेश में महासमुंद जिला आत्महत्या के मामले में अव्वल है। ऐसा राष्ट्रीय स्तर पर 2015 में हुवे एक सर्वे से पता चला है कि छत्तीसगढ़ में प्रति 1 लाख की जनसंख्या पर 28 व्यक्तियों के द्वारा आत्महत्या किया जा रहा है। 

महासमुंद जिले के आंकड़े
महासमुंद जिले के आंकडो की बात करे तो महासमुंद जिले की जनसंख्या 1032754 है। जिनमें पुरूष 511967 व महिला 520787 है । विगत तीन वर्षो के आत्महत्या के आंकडों पर गौर करे तो वर्ष 2017 में 273 ,वर्ष 2018 में 298 एवं वर्ष 2019 में 1 जनवरी से 31 मई तक 121 लोगो ने आमत्हत्या किया। इस प्रकार तीन सालों में 692 लोगो ने जहर ,फांसी ,आग ,टेªन एवं अज्ञात कारणों आत्महत्या किया। उम्र के अनुसार 21 से 30 वर्ष के लोगो की संख्या इन तीन वर्षो में सबसे ज्यादा 219 है। व्यवसाय के तुलना की बात करे तो विगत तीन वर्षो में सबसे ज्यादा मजदूरी करने वाले 279 लोगो ने उसके बाद कृषि व्यवसाय से जुडे 129 लोगो ने आत्महत्या किया। 

जिला प्रशासन की पहल
महासमुंद जिले में आत्महत्या की दर में कमी लाने एवं उसके रोकथाम के लिए जिला प्रसाशन ने एक अच्छी पहल करते हुवे ग्राम ,संकुल , विकासखण्ड  एवं जिला स्तर पर अभियान चलाने की योजना बनाई है। जिसे नाम दिया है ‘‘नवजीवन अभियान‘‘। इसी कडी में नवजीवन अभियान के तहत जिला पंचायत सभागार में एक कार्याशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कलेक्टर ने नवजीवन अभियान के अन्र्तगत सभी से सहयोग की अपील करते हुवे पूरे कार्ययोजना के बारे में बताया। नवजीवन अभियान के तहत जिले के सात विभाग स्वास्थ्य विभाग, राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग , महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण एवं आदिम जाति कल्याण विभाग को शामिल किया गया है। 

तनाव से ग्रसित लोगों को किया जाएगा चिन्हांकित
इस योजना के तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सखा व सखी का चयन किया जायेगा ,जो अपने-अपने क्षेत्रो में ऐसे लोगों को चिन्हाकिंत करगे जो तनाव व अवसाद से ग्रसित होंगे उन्हें पहचान कर उन्हें आत्महत्या करने से रोकने का प्रयास के साथ उन्हें उचित मार्ग दर्शन व चिकित्सा मुहैया कराने का कार्य करेंगे। इस योजना के संदर्भ कलेक्टर का कहना है कि नवजीवन अभियान के माध्यम से हम अगर लोगो को आत्महत्या करने से रोक सके तो यह हमारी सबसे बडी उपलब्धी हो गई। जिसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है।।