Jun 26, 2020
ओमप्रकाश शर्मा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी थानों को आदर्श थानों के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आदर्श थाना और आदर्श थाना प्रभारी योजना 1 जुलाई से शुरू की जा रही है। इसी को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थी ने प्रदेश के 128 से अधिक थानेदारों से शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये एक साथ बात की है।
डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा है कि, जो भी आदर्श थाना के तय मापदंडों पर खरे उतरेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। सभी थाना प्रभारियों को बताया कि आदर्श थाना के कुछ मापदंड तय किये गये हैं।
मापदंड -
- जैसे थानों में आमजन के साथ थाना प्रभारी और अन्य स्टाफ का आचरण कैसा है?
- पीड़ित व्यक्ति, महिलाएं और बच्चे थानों में बैखौफ होकर अपनी बात कह पाएं।
- फरियादियों के साथ संवेदनशील व्यवहार रखें, उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान करें।
- गुंडे-बदमाशों और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध पुलिस द्वारा कठोरतम कार्रवाई की जाए।
- थाना में रिकॉर्ड का रखरखाव अच्छा हो।
- थाना परिसर का वातावरण ऐसा हो कि प्रवेश करते ही मन-मस्तिष्क में सकारात्मक प्रभाव पड़े।
- आदर्श थाना बनने के लिये सभी थाने आपस में स्वस्थ्य प्रतियोगिता रखें जिससे ज्यादा से ज्यादा थाने आदर्श बन सकें।