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उपचुनाव की तारीखें घोषित होते ही दंतेवाड़ा का सियासी पारा गर्म

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Aug 27, 2019

पंकज सिंह भदौरिया : उपचुनाव की तारीखें चुनाव आयोग ने 25 अगस्त से घोषित करते ही दंतेवाड़ा का सियासी पारा भी सरगर्म होने लगा है। महज 1 महीने से भी कम वक्त राजनीतिक दलों के पास प्रचार प्रसार के लिए बचा है। दन्तेवाड़ा में हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस और भाजपा में ही सीधी टक्कर होती नजर आने वाली है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम से लेकर  बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी पार्टी स्तर पर लगातार बैठके कर मतदाता का मिजाज भाप रहे है। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के खेमे में प्रचार को लेकर अब तक कोई हलचल नजर नही आई है। अभी किसी भी दल ने उम्मीदवार को लेकर अपने पत्ते नही खोले है। क्योकि कांग्रेस 2018 आम चुनाव में दन्तेवाड़ा सीट कांग्रेस हाथों से गवा चुकी है। तो दूसरी तरफ भाजपा मैदान में दिवगंत विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को टिकट देकर मैदान में उतारने की तैयारी में है। कांग्रेस पार्टी के कई दावेदार टिकट की दौड़ में नजऱ आ रहे है। कर्मा परिवार से ही दो दावेदार देवती कर्माऔर छविंद्र कर्मा के साथ सोनाराम सोरी जैसे नये चहरे भी दौड़ में शामिल  है। 

दरअसल लोकसभा चुनाव के ठीक 2 दिन पहले चुनाव प्रचार थमने के बाद नक्सलियों ने श्यामगिरी गांव में ब्लास्ट कर विधायक भीमा मंडावी सहित 5 जवानों की हत्या कर दी थी। इसी वजह से उपचुनाव की नौबत दन्तेवाड़ा में दुबारा आन पड़ी। इस बार फिर से नक्सली खतरों के बीच एक बार फिर से चुनाव होने जा रहा है। हालांकि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम फोर्स के रखे गये है। 60 अतरिक्त कम्पनियों की मांग भी दन्तेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने चुनाव सम्पन्न करवाने के लिये की है। इतना ही नही 28 अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित इलाकों के पोलिंग बूथ भी इस बार शिफ्ट किये जायेंगे।DRG के जवान वीआईपी सिक्योरिटी से आरोपी तक इस्तेमाल किये जायेंगे।