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डीकेएस अस्पताल में पांच माह में हुईं एक हजार मौतों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बयान

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May 27, 2019

ओम शर्मा : डीकेएस अस्पताल में पांच माह में एक हजार मौतों पर भाजपा द्वारा सवाल उठाए जाने के मसले पर अब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जब मीडिया मैं यह सार्वजनिक हुआ तो भाजपा के जानकारी में वो बात आई है। एक मुद्दे के रूप में ध्यान आकर्षित करने के मंशा से उन लोग इस बात को भी उठा रहे हैं। जहां अधिक गंभीर बीमारियों  का उपचार होता है वहां स्वाभाविक है की अन्य अस्पतालों की तुलना में एक जिला अस्पताल होगा और एक उप स्वास्थ्य केंद्र होगा और एक अन्य dks हस्पताल जैसी व्यवस्था होगी तो उप स्वास्थ्य केंद्र मैं मृत्यु दर आपको नहीं के बराबर मिलेगा। क्योंकि जीवन मृत्यु में संघर्ष कर रहा है वह उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं जाएगा वह सीधे जिला अस्पताल जाएगा या बड़ी सुविधा उपलब्ध कराएं ऐसे केंद्र में जायेगा। तो उप स्वास्थ्य केंद्र की तुलना में मृत्यु दर आपको जिला अस्पताल मैं ज्यादा दिखेगा।

भाजपा ने सरकार पर लगाए सवालिया प्रश्नचिन्ह
उन्होंने आगे कहा कि जिला अस्पताल के भी मृत्यु दर की तुलना में हो सकता है मेकाहारा जैसे या ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट हो या डीकेएस हो जहां अति गंभीर बीमारियां होती है तो छोटे तुलनात्मक जिसे हम निचले स्तर के उपचार की व्यवस्था कहते हैं वहां पर उन उपचार केंद्रों मे जहां जीवन मृत्यु के संघर्ष  के ज्यादा जाते हैं आपको दर कम मिलेगा। साथ ही इस मामले में जांच की बात कहते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डीकेएस में पिछले महीनों में उन्होंने मुझे जो आंकड़े दिए थे 20 से 22 परसेंट बढ़कर तीस परसेंट के आसपास मृत्यु दर आया है तो इसकी निश्चित रूप से जांच कराई जाएगी। कारण क्या है यह किस प्रकार के मरीज आए थे किन लोगों की मृत्यु हुई 200 मरीज करीब अगर एक महीने में मृत हो रहे हैं तो करीब 6 से 7 व्यक्ति प्रति दिन की बात आएगी। कितने पेशेंट आते हैं और उन  पेशेंट में  6 से 7 लोगों की मृत्यु है जो अत्यंत गंभीर स्थिति में आते हैं। क्या यह प्राकृतिक माना जा सकता है या लापरवाही है। अगर यहां कोई भी लापरवाही होगी तो इसकी जांच की जाएगी और कार्रवाई अपनी जगह है भविष्य में ऐसा ना हो हर संभव प्रयास किया जाएगा। बता दें कि पिछले पांच महीनो के डीकेएस अस्पताल में एक हजार मरीजों की मौत हुई है। इसको लेकर भाजपा ने सरकार पर गंभीर सवाल भी उठाए थे।