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गरियाबंद जिले में नुवाखाई का त्यौहार इतिहास के पन्नों में दर्ज

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Sep 15, 2018

पुरूषोत्तम पात्रा : गरियाबंद जिले के देवभोग ईलाके में नुवाखाई का त्यौहार वैसे तो हर साल बडी धूमधाम से मनाया जाता है मगर इस बार मनाया गया ये त्यौहार इतिहास के पन्नो पर दर्ज हो गया, नुवाखाई के इस मौके पर क्षेत्र में इस बार एक नयी परंपरा की शुरुवात हुई है।

देवभोग क्षेत्र के गोहेकेला गांव में कल देर रात नुवाखाई मनाने की ये तस्वीरें भले ही थोडा धुंधली नजर आ रही है, मगर इन तस्वीरों में जो दिखाई दे रहा है उसका मकसद बहुत साफ और बहुत बडा है, जिस छुआछूत और समाजिक बुराई के कारण लोग आपस में बंटे रहते है उसे मिटाकर समाजिक समरसता लाने के लिए गोहेकेला में किये गये कार्यक्रम की ये तस्वीरे है, इसके लिए युवाओं ने पहले गॉव के हर घर जाकर पकवान इकट्टा किया और फिर सभी समाज के लोगो के साथ मिलकर समाजिक समरसता बनाने के लिए छुआछुत रुपी मटकी फोड कार्यक्रम का आय़ोजन किया, कार्यक्रम के बाद पुरे गॉव से इकट्टा किया गया पकवान सभी को प्रसाद के रुप में वितरण किया गया, विश्व हिन्दू परिषद से जुडे युवाओं ने दावा किया कि समाजिक समरसता बढाने के लिए वे इस ईलाके के हर गॉव में ऐसे आयोजन करेंगे।

विश्व हिन्दू परिषद के सहयोग से गांव के युवाओं द्वारा शुरु की गयी इस नयी पहले से गोहेकेला के लोग बेहद खुश है, ग्रामीणों का मानना है कि युवाओं की इस पहले से उनके गॉव के माहौल में बदलाव आय़ेगा, और गॉव में ऊंच नीच, जात पात का भेद खत्म होगा, साथ ही लोगो में आपसी भाईचारा बढेंगा।

वैसे तो भारत में आयोजित सभी त्यौहार आपसी भाईचारे और सदभावना बढाने के प्रतीक रहे है, ऐसे में यदि गोहेकेला के नुवाखाई त्यौहार से एक नयी परपंरा की शुरुवात होती है तो यह क्षेत्र के सभी समाज के लिए मील का पत्थर साबित होगी।