May 1, 2019
महाराष्ट्र में नक्सलियों ने कई क्षेत्रों को निशाना बनाया है। नक्सलियों ने गढ़चिरौली जिले के कुरखेड़ा, कोरची और पौटगांव में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। हालांकि, पिछले साल पुलिस ने दावा किया था कि गढ़चिरौली में नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने बुधवार को बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए सड़क निर्माण में लगे वाहनों को आग के हवाले कर दिया। जिसके चलते मिक्चर मशीन, जनरेटर, टैंकर सहित 36 वाहन जलकर खाक हो गए। ये सभी वाहन हाईवे के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। इसके साथ ही नक्सलियों ने कुरखेडा-कोरची मार्ग पर पेड़ काटकर रास्ता बंद कर दिया और बैनर व पोस्टर लगा दिए। यहां पेट्रोलिंग कर रही सुरक्षाकर्मियों के वाहन को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया। इसमें 15 जवानों के शहीद होने की खबर है। इससे पहले नक्सलियों ने नजदीकी इलाके कुरखेड़ा में ही रोड निर्माण में लगे 36 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
पुलिस अफसरों के मुताबिक
इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र के पुलिस अफसरों का कहना था कि गढ़चिरौली में नक्सलियों की पूरी कंपनी नष्ट हो गई है। इस इलाके में उन्हें दोबारा संगठित होने में वर्षों लग जाएंगे। माना जा रहा था कि गढ़चिरौली अब शांत हो जाएगा। लेकिन एक साल से भी कम समय में नक्सली फिर सक्रिय हो गए हैं।
10 करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका
बता दें कि कुरखेड़ा तहसील के दादापुर में राष्ट्रीय राजमार्ग का काम चल रहा है। बुधवार सुबह करीब 150 की संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने सड़क के काम में लगी सभी 36 गाड़ियों में आगजनी कर दी। जिसमें 11 टिप्पर, डामर प्लांट की मिक्चर मशीन, जनरेटर और दो पेट्रोल डीजल के टैंक भी शामिल हैं। इसके चलते करीब 10 करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका है।
जानकारी के मुताबिक घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है। जिस कंपनी को रोड बनाने का ठेका मिला था, वह छत्तीसगढ़ के दुर्ग की बताई जा रही है।