Nov 20, 2025
“आदिवासी गौरव हमारा गौरव” – राष्ट्रपति मुर्मू का अंबिकापुर से संदेश, लाखों आदिवासियों ने सुना
अंबिकापुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार दोपहर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के राष्ट्रीय समापन समारोह में शामिल होने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर पहुंचीं। हेलीकॉप्टर से गांधी मैदान में उतरने के बाद कार से पीजी कॉलेज मैदान पहुंचीं। दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित कई केंद्रीय व राज्य मंत्री मंच पर मौजूद रहे।
हेलीकॉप्टर से सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचीं
राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर ठीक समय पर गांधी स्टेडियम हेलीपैड पर उतरा। वहां से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कार काफिले से पीजी कॉलेज मैदान पहुंचीं। 11:43 बजे मंच पर आसीन हुईं और राष्ट्रगान के बाद भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन किया।
जनजातीय समाज के प्रमुखों से मुलाकात
मंच पर पहुंचने से पहले राष्ट्रपति ने विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों, महिला स्व-सहायता समूहों, जनजातीय प्रमुखों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के वंशजों से संवाद किया। उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। यह मुलाकात करीब सात मिनट तक चली।
मंच पर दिखा राजनैतिक दिग्गजों का जमावड़ा
मंच पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम, राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके और तोखन साहू सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। सभी ने बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी।
नई योजना का शुभारंभ और संबोधन
राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री जनजातीय ग्राम अखरा विकास योजना का शुभारंभ किया। दोपहर 12:39 से 12:51 बजे तक उन्होंने सभा को संबोधित किया। जनजातीय समाज के गौरव और विकास पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में जनजातीय प्रमुखों का सम्मान भी हुआ।
बस्तरिया नृत्य ने बांधा समां
राष्ट्रपति के मंच पर पहुंचने से पहले बस्तर से आए कलाकारों ने पारंपरिक बस्तरिया नृत्य और गीत प्रस्तुत किए। इसके अलावा अन्य जनजातीय कलाकारों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया।







