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संत रविदास जयंती समारोह में पीएम मोदी का i.n.d.i.a गठबंधन पर बड़ा हमला

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Feb 23, 2024

 HIGHLIGHTS -

  • संत रविदास जयंती समारोह में पीएम मोदी का i.n.d.i.a गठबंधन पर बड़ा हमला
  • चुनाव के समय परिवारवादी पार्टियों को याद आते हैं दलित आदिवासी
  • इंडी गठबंधन जाति के नाम पर परिवार के स्वार्थ की राजनीति में लिप्त
  • जातपात पर भेदभाव और भड़काने वाले कर रहे मानवता का नुकसान

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत रविदास जयंती समारोह में 'इंडिया' गठबंधन में शामिल सियासी दलों और जातिवादी सोच रखने वालों से दलितों और आदिवासियों को सावधान किया.......उन्होंने कहा कि संतों की वाणी हर युग में रास्ता भी दिखाती है और सावधान भी करती है...उन्होंने संत रविदास के वचन का उल्लेख करते हुए सभी से जातिवादी सोच से ऊपर उठकर कर्म करने की बात कही...

जात पात के रोग से मानवता का नुकसान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ज्यादातर लोग जातपात में उलझे रहते हैं उलझाते रहते हैं...जात पात का यह रोग मानवता का नुकसान करता है..यानी जातपात के नाम पर जब कोई किसी के साथ भेदभाव करता है तो वो मानवता का नुकसान करता है.. अगर कोई जातपात के नाम पर जब कोई भड़काता है तो वो भी मानवता का नुकसान करता है...

'इंडिया' गठबंधन पर निशाना

पीएम मोदी ने चुनाव के समय में बने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडी गठबंधन पर निशाना साधते उनसे सावधान रहने का आह्वान किया। मोदी ने कहा कि आज देश के हर दलित और पिछडे को एक बात ध्यान रखनी है जाति के बनाम पर उकसाने और उन्हें लड़ाने में विश्वास रखने वाले इंडी गठबंधन के लोग दलित और वंचित के हित की योजनाओँ का विरोध करते हैं, परंतु सच्चाई है कि जाति की भलाई के नाम पर अपने परिवार के स्वार्थ की राजनीति करते हैं...मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने जब गरीबों के लिए शौचालय बनाने की शुरूआत की थी, तब इन दलों ने विरोध किया,. योजना का मजाक उड़ाया, इन्हीं दलों ने जनधन खातों का मजाक उड़ाया, इन्होंने डिजिटल इंडिया का भी विरोध किया...

'इंडिया' गठबंधन के लिए परिवारवाद ही सर्वोपरी -

पीएम मोदी ने लोगों से परिवारवादी पार्टियों की पहचान बताते हुए ऐसे दलों से सावधान रहने की बात कही। मोदी ने कहा कि परिवारवादी पार्टियां दलित आदिवासियों के हितों की योजनाओं का तो विरोध करती ही हैं इनकी एक और पहचान है। ये अपने परिवार के बाहर किसी भी दलित आदिवासी को आगे बढ़ने नहीं देना चाहते हैं...इन्हें दलित आदिवासी का बड़े पदों पर बैठना बर्दाश्त नहीं होता है। मोदी ने याद दिलाया कि जब देश की पहली मलिहा आदिवासी राषट्रपति बनने के लिए महामहिम द्रोपदी मुर्मुजी  चुनाव लड़ रही थी, तब किन किन लोगों ने विरोध किया किन किन ने उन्हें हराने के लिए सियासी लामबंदी की थी.... ये सब की सब परिवारवादी पार्टी थी जिन्हें सिर्फ चुनाव के समय दलित आदिवासी अपना वोट बैंट नजर आने लगता है.. हमें इन लोगों से और इस तरह की सोच से सावधान रहना है...

रविदास की शिक्षा पूरे देश के लिए -

प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें जातिवाद की नकारात्मक सोच से बचकर रविदास की सकारात्मक शिक्षा का पालन करना है...उन्होंने संत रविदास जी का दोहा उद्धत किया...

सौ बरस लौ जगतमहि जीवत रही करूं का।

रविदास करम ही धरम है करम करहूं निह काम।।

मोदी ने इसका भावार्थ बताते हुए कहा कि सौ बरस का जीवन हो तो भी पूरे जीवन हमें काम करना चाहिए क्योंकि कर्म ही धर्म है...हमें निष्काम भाव से कर्म करना चाहिए... संत रविदास जी की यह शिक्षा पूरे देश के लिए हैं...

Report By:
Author
Ankit tiwari