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प्रदर्शन में हिंसा नहीं होनी चाहिए, आपके नेता आपके बीच के ही इंसान हैं, जापान या इटली से नहीं आये-अभिनेत्री कंगना रनौत

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Dec 24, 2019

मुंबईः हिंदी सिनेमा की अभिनेत्री कंगना रनौत फिल्म 'पंगा' के ट्रेलर लॉन्च पर पहुंचीं तो उनसे एक पत्रकार ने CAA पर राय पूछी, जिस पर कगंना ने कहा कि मेरी राय इतनी लंबी-चौड़ी है कि बताने लगूंगी तो सुबह हो जाएगी। सर्वप्रथम तो जब प्रदर्शन करते हैं तो उसमें हिंसा नहीं होनी चाहिए। केवल 3-4 प्रतिशत लोग की टैक्स देते हैं, बाकी लोगों को उसी टैक्स के भरोसे रहना पड़ता है। लोग बसें जला देते हैं, जो 70 से 90 लाख की आती है, कोई छोटा अमाउंट तो ये है नहीं। लोग भुखमरी से मर रहे हैं। कंगना ने आगे कहा कि लोग डेमोक्रेसी के नाम पर स्वतंत्रता से पहले का माहौल बना रहे हैं। जब लोग हथियारों के बल पर जनता को काबू में रखते थे। तब टैक्स न देना, देश बंद करा दो कूल हुआ करता था। अब आपके नेता इटली या जापान से तो आए नहीं हैं। वे आपके बीच के ही इंसान हैं, जो छोटी जगह से उठकर अपने दम पर लीडर बने हैं। सालों से वे लीडर हैं। देश के लीडर ने अपने घोषणापत्र में जो बातें कही थीं, उसके बाद उन्हें सत्ता मिली, वही काम तो वह पूरा कर रहे हैं। अब क्या यह डेमोक्रेसी नहीं है?

इस मामले पर कंगना की बहन रंगोली ने भी दी अपनी प्रतिक्रिया

इस मामले पर कंगना की बहन रंगोली ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने विवेक रंजन अग्निहोत्री की ट्वीट शेयर किया था। इसमें एक पुलिसवाला भागते-भागते गिर जाता है और भीड़ उसे पीटने लगती है।  इसे शेयर करते हुए रंगोली ने लिखा- कर लो जितने दंगे करने हैं, कर लो जितना जुल्म करना है मासूमों पर, वो देख रहा है, ऊपर वाला नहीं, गुजरात वाला। जानकारी के लिए बता दें कि जामिया मिलिया इस्लामिया और एएमयू में हुए छात्रों के प्रदर्शन में काफी हिंसा हुई थी और पुलिस पर छात्रों के साथ बर्बरता के आरोप लगे थे। इसके बाद स्वरा भास्कर, ऋचा चड्ढा, फरहान अख्तर, अनुराग कश्यप, दीया मिर्जा, परिणीति चोपड़ा और हुमा कुरैशी समेत कई स्टार्स छात्रों के समर्थन में आए थे। जबकि कंगना रनौत और अनुपम खेर जैसे स्टार्स ने प्रदर्शन के नाम पर हिंसा का विरोध किया।