Nov 12, 2019
सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर लंग इन्फेक्शन की गंभीर समस्या से जूझ रही हैं। इस कारण उन्हें सोमवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। अब डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत नाजुक है और वह वेंटिलेटर पर हैं। सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उन्हें सोमवार सुबह 1.30 बजे हॉस्पिटल लाया गया था। लता मंगेशकर तबीयत खराब होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। भारत रत्न लता जी के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है। हालांकि लता मंगेशकर के परिवार और उनकी टीम का कहना है कि उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। उनकी मेडिकल कंडिशन देखते हुए इसके बाद दिन में आईसीयू में शिफ्ट किया गया।
डॉक्टर के मुताबिक, उनके बाएं वेंट्रिकुलर में समस्या है और वह न्यूमोनिया से भी हैं पीड़ित
मेडिसिन फिजिशन डॉ. प्रतीत समदानी के मुताबिक, 'उनके बाएं वेंट्रिकुलर में समस्या है और वह न्यूमोनिया से भी पीड़ित हैं। उनकी हालत नाजुक है, लेकिन पिछले कुछ घंटों में इसमें सुधार हुआ है।' डॉक्टरों का कहना है कि लेफ्ट वेंट्रिकल सबसे ज्यादा हार्ट की पम्पिंग पावर की सप्लाइ करता है और नॉर्मल फंक्शन के लिए यह सबसे ज्यादा जरूरी है। इस कंडिशन में दिल के बाएं हिस्से को ज्यादा काम करना होता है। ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल अथॉरिटीज ने उनकी कंडीशन के बारे में और ज्यादा बताने से इनकार किया है। बहन उषा के मुताबिक, लता दीदी अभी भी हॉस्पिटल में हैं। वह डॉक्टरों की देखरेख में हैं और ठीक हैं। उनको मंगलवार तक डिस्चार्ज किया जाएगा। 35 से ज्यादा भाषाओं में गाना गाने वाली लता ने अपने करियर की शुरुआत 1942 में 'माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू' गाने के साथ की थी। 1948 में आई फिल्म 'मजबूर' में गाया गाना 'दिल मेरा तोड़ा, मुझे कहीं का न छोड़ा' उनके लिए बड़ा ब्रेक रहा। लता मंगेशकर क्रिकेट की बड़ी फैन हैं, खासतौर पर सचिन तेंदुलकर की। लता मंगेशकर को साल 2001 में भारत रत्न से नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण (1969), पद्म दादा साहब फाल्के अवॉर्ड (1989) और पद्म विभूषण (1999) जैसे सम्मान मिल चुके हैं।