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अनोखी पहल: इंदौर में ट्री एंबुलेंस करेगी बीमार पौधो का इलाज

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Aug 17, 2022

Indore: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में नगरीय निकाय नया प्रयोग करने जा रहा है। शहर में सड़कों के किनारे, डिवाइडर और शहरी उद्यान में लगे बीमार पौधों का इलाज अब ट्री एंबुलेंस करेगी। नगर निगम की टीम विशेषज्ञों और उपकरणों के साथ ट्री एंबुलेंस में तैनात रहेगी। ये न सिर्फ पेड़-पौधों को बचाने के लिए कटाई-छंटाई करेगी, बल्कि बीमार पौधों पर दवाई का छिड़काव भी करेगी। टीम में शामिल विशेषज्ञ पेड़ पौधों की 30 से ज्यादा बीमारियों का उपचार कर उन्हें जीवन देंगे।

नगर निगम का उद्यान विभाग पौधों की देखरेख में जुटे 'पंचवटी' वाहनों को ट्री-एंबुलेंस बना रहा है। इस कार्य में भी 'कबाड़ से जुगाड़' तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। यानी वर्क शाप की अनुपयोगी वस्तुओं से ये एंबुलेंस बनाई जा रही हैं। इन वाहनों में पानी, दवाई और खाद के लिए टैंक बनाए गए हैं। स्प्रिंक्लर, पंप के साथ ही पौधों की कांट-छांट के लिए भी उपकरण मौजूद रहेंगे। उद्यान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक डिवाइडर पर लगे पौधे जल्दी बीमारी की चपेट में आकर सूख जाते हैं। उन पर विशेष ध्यान देने के लिए ट्री एंबुलेंस शहर के अलग-अलग इलाकों में भ्रमण करेगी।

दवाई व लिक्विड खाद के रखे जाएगें टैंक
नगर निगम की वर्कशाप शाखा द्वारा इस ट्री एम्बुलेंस को तैयार किया गया हैं। निगम के उद्यान विभाग में अभी तक पौधों के रखरखाव के लिए तीन पंचवटी वाहन मौजूद थे। इन वाहनों में उद्यान विभाग के कर्मचारी पौधों की ट्रीमिंग व कटाई के उपकरण व उद्यानों व डिवाइडर में लगाए जाने वाले पौधे ही ले जाते थे। नगर निगम के वर्कशाप विभाग द्वारा उसमें से ही एक अन्य वाहन को ट्री एम्बुलेंस में तब्दील किया गया है। ट्री एम्बुलेंस में पानी की 500-500 लीटर की दो पानी टंकी, 200 लीटर का टैंक दवाई के लिए व एक 300 लीटर लिक्वड खाद के लिए टैंक लगा हैं। इसमें एक पंप भी लगाया है। इसके पाइप के माध्यम से उद्यान के पौधों व झाड़ों पर दवा का छिड़काव भी किया जा सकेगा।

अलग-अलग प्रकार के कटर भी रखें जाएगें
ट्री एम्बुलेंस में पौधों की कंटाई- छंटाई के लिए हर प्रकार की कटर है। इसमें बड़ी टहनी काटने के लिए अलग कटर व छोटे पौधों की बडिंग करने के लिए अलग उपकरण है। इसके अलावा यहां पर पेड़ों की ट्रिमिंग के लिए कैचियां भी है। इस वाहन में पौधा लगाने के लिए ढाई फीट पाइल कर गड्ढा करने के लिए एक ‘डिगिंग मशीन’ रखी है। । इस वाहन में गेती व फावड़े भी रखे जाएंगे । इसके अलावा इस एम्बुलेंस में रखे पानी के टैंक, दवा व खाद के टैंक से 50 मीटर पाइप से पौधों तक दवाएं व पानी पहुंचाया जा सकेगा। इस पाइप से 25 फीट ऊंचाई तक पेड़ों पर दवा का स्प्रे के माध्यम से छिड़काव किया जा सकेगा। वाहन में पौधों के उपचार के लिए दवाएं रखने के लिए अलमारी भी बनाई गई है।

आम लोगों के घरों में लगे पौधों का भी होगा इलाज
शहर में कई स्थानों पर पेड़ों में दीमक लग जाती है, इससे पेड़ों जल्द गिर जाते है। नगर निगम ऐसे पेड़ों को चिन्हित कर उनका उपचार करेगा। इसके अलावा उद्यान व रोड डिवाइडर पर लगाए गए पौधों को भी उपचार किया जाएगा। निगम के उद्यान व पेड़ों के अलावा यह ट्री एम्बुलेंस आम लोगों के घरों व उद्यानों में लगे पेड़ पौधों के उपचार के लिए फोन कॉल पर उपलब्ध होगी। इसके उपयोग के लिए लोगों को न्यूनतम शुल्क देना होगा।