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अब पानी की सुरक्षा के लिए होगी पेट्रोलिंग

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Nov 14, 2017

ग्वालियर : जल संकट के हालातों में शहर की प्यास बुझाने के लिए तिघरा तक पानी लाने के दौरान रास्ते में उसकी चोरी होने की चिंता ने नगर निगम प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी है। दरअसल अंचल में गहराते जल संकट से अफसर अब पानी की सुरक्षा को लेकर भी परेशान हैं।

बूंद-बूंद पानी सहेजने और उसकी निगरानी को लेकर परेशान आला अधिकारियों द्वारा ककैटो और पेहसारी डैम से तिघरा तक पानी लाने के दौरान उसकी कड़ी निगरानी की बात कही जा रही है। साथ ही इस काम में लगे अमले की सुरक्षा का मुद्दा भी एक बार फिर से गरमा गया है, क्योंकि ग्वालियर में पेयजल समस्या दूर करने के लिए करीब साढ़े नौ करोड़ रुपए की लागत से पानी लिफ्टिंग शुरू की हैं।

यह पानी पेहसारी और ककैटो डैम से तिघरा में लाने के लिए योजना बनाई गई है। इसके लिए 82 हॉर्स पावर के 47 पंपों को लगाया गया है। नगर निगम का कहना है कि ककैटो से 1400 एमसीएफटी पानी और पेहसारी से 900 एमसीएफटी पानी लिफ्ट कर तिघरा में छोड़ा जाएगा। खास बात यह है कि इस महंगी योजना से भी अभी फिलहाल 3 महीने की व्यवस्था हुई हैं।

यदि पिछले 4 सालों की तरह 2018 में भी बारिश की बेरुखी रही, तो आने वाले दिनों में पेयजल को लेकर भयावह स्थिति ग्वालियर में पैदा हो जाएगी। निगम ने लोगों से पानी की कीमत समझते हुए उस की एक-एक बूंद संरक्षित और उपयोग करने की सलाह दी हैं।

आखिर क्यों पड़ी सुरक्षा की जरुरत?

ककैटो-पेहसारी से तिघरा तक पानी लाने की दूरी करीब 30 किलोमीटर। 30 किलोमीटर में जंगल और ग्रामीण एरिया पड़ता है। रबी की फसलों की सिंचाई का मौसम है, ऐसे में आसपास के ग्रमीणों द्वारा कैनाल काटकर पानी चोरी किए जाने का खतरा। पूरी कैनल पर पुलिस का पहरा रहेगा।

नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने बताया कि पेयजल समस्या दूर करने के लिए साढ़े नौ करोड़ रुपए की लागत से पानी लिफ्टिंग शुरू की हैं। यह पानी पेहसारी और ककैटो डैम से तिघरा में लाने के लिए योजना बनाई गई है। इसके लिए 82 हॉर्स पावर के 47 पंपों को लगाया गया है। पानी की चोरी न हो इसलिए पेट्रोलिंग की जाएंगी।