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आजाद भारत के पूर्व सांसद को नहीं मिल रहा न्याय

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Sep 27, 2017

ग्वालियर : आजाद भारत के पहले लोकसभा सांसद सूर्य प्रसाद के पुश्तैनी मकान पर रिश्तेदार ने कब्जा कर लिया हैं। कांग्रेस पार्टी से तीन बार सांसद रहे सूर्य प्रसाद(96) के बेटे ने टीआई से लेकर आला अधिकारियों तक इसकी शिकायत की, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। 15 साल तक सांसद के तौर पर देश और जनता की सेवा करने वाले सूर्य प्रसाद लाचार हैं। सांसद के डॉक्टर बेटे ने स्वराज एक्सप्रेस के जरिए सरकार से मदद की गुहार लगाई हैं।

दरअसल 1952 में जब आजाद भारत की पहली लोकसभा का गठन हुआ, तो उसमें ग्वालियर गिर्द से कांग्रेस के बैनर तले सांसद के रुप में सूर्य प्रसाद चुने गए थे। 1957 में भिंड से सांसद चुने गए, वहीं 1962 में सूर्य प्रसाद मुरैना लोकसभा से चुने गए थे।

उस दौर में जवाहर लाल नेहरु देश के प्रधानमंत्री हुआ करते थे। 15 साल तक सांसद के तौर पर जनता की सेवा करने वाले सूर्य प्रसाद के पुश्तैनी मकान पर उनके ही एक रिश्तेदार ने कब्जा कर लिया। दरअसल सूर्य प्रसाद के चार बेटे हैं। दो बेटे बाहर रहते हैं और दो बेटे ग्वालियर में ही रहते हैं।

सूर्यप्रसाद का माधौगंज इलाके में पुश्तैनी मकान हैं। करीब डेढ़ साल पहले इस मकान को उनके एक रिश्तेदार ने कुछ दिन रहने के लिए किराए पर लिया, लेकिन अब वो रिश्तेदार मकान पर कब्जा जमा कर बैठ गया हैं।

सूर्य प्रसाद के दिल्ली में रहने वाले बेटे विजय भूषण ने अप्रैल में माधौगंज थाने में शिकायती आवेदन देकर पुलिस से मदद मांगी, लेकिन टीआई ने किसी तरह की मदद नहीं की। सूर्य प्रसाद कान से लाचार हैं, सुन नहीं पाते है, लेकिन वो इतना जरूर कहते हैं कि उनके साथ अच्छा नहीं हुआ। वहीं उनके बेटे भी पुलिस के उदासीन रवैया से मायूस हैं।

पूर्व सांसद के मकान पर कब्जा की शिकायत परिजनों ने माधौगंज थाना के साथ ही अप्रैल महीने में जन सुनवाई के दौरान एसपी ऑफिस में भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया हैं।

जब स्वराज एक्सप्रेस ने पुलिस अफसरों को हकीकत बताई, तो पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही। हैरत की बात हैं कि 15 साल तक सांसद के रूप में जन सेवा करने वाले पूर्व सांसद की सुनवाई नहीं हो रही हैं। 

एसपी डॉ आशीष सिंह का कहना हैं कि सूर्य प्रसाद सीनियर सिटीजन होने के साथ ही पूर्व सांसद हैं, लिहाजा हर स्तर पर उनको मदद दी जाएगी।