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खुले में जायेंगे शौच तो राशन कार्ड से कटेगा नाम, नगर परिषद का फैसला 

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Oct 12, 2017

बैतूल : पिछले दिनों आमला जनपद पंचायत ने शौचालय उपयोग नहीं करने वाले एक ही परिवार के 57 लोगों पर 75 हजार का जुर्माना लगाया था। अब भैंसदेही नगर परिषद ने ये संकल्प लिया हैं कि जिन बस्तियों में लोग शौचालय निर्मित होने के बावजूद खुले में शौच जा रहे हैं, उनका नाम गरीबी रेखा से हटाया जाएगा।

परिषद ने इस कार्यवाई के लिये बाकायदा प्रस्ताव भी पारित किया हैं। इस फरमान को लेकर लोगों से चर्चा की जिसमें अधिकतर लोग तो ऐसे मिले, जो अपनी आदत से ही मजबूर हैं। वहीं कई इलाकों में शौचालय इतने घटिया क्वालिटी के बनाए गए हैं, जो  कभी भी गिर सकते हैं।

भैंसदेही नगरपरिषद के अंतर्गत आने वाले कई ऐसे इलाके हैं जहां नगर परिषद ने एक साल या कुछ महीने पहले शौचालय बनाकर दिये थे, लेकिन लोग हैं कि अपनी आदतों से बाज नहीं आते। शौचालयों में भूसा या कबाड़ भर रखा हैं और पूछे जाने पर बड़ी बेशर्मी से कहते हैं कि वो खुले में शौच जाते हैं।

नगरपरिषद क्षेत्र के कई इलाके ऐसे हैं, जहां लोगों के घर शौचालय बने महीनों बीत गए, लेकिन फिर भी उनकी आदतें नहीं बदलीं। इस तरह के लोगों को सही रास्ते पर लाने के लिये अब भैंसदेही नगर परिषद ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिये हैं।

परिषद ने फैसला लिया हैं कि जो भी अब शौचालय होने के बावजूद खुले में शौच करते पाया गया, उसका नाम गरीबी रेखा सूची से हटाकर, उसे शासन की योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा।शौचालय के इस्तेमाल को अनिवार्य करने के प्रयास तो किये जा रहे हैं, लेकिन कई जगहों पर शौचालय निर्माण में हुआ भ्रष्टाचार एक बड़ी मुसीबत हैं।

घटिया तरीके से बनाए गए शौचालय कुछ महीने भी नहीं टिक पाए और लोगों ने इनकी मरम्मत को भी सरकार के भरोसे छोड़कर दोबारा खुले में शौच शुरू कर दिया। कुल मिलाकर पूरे मामले का निचोड़ ये हैं कि लोग शौचालय के इस्तेमाल को लेकर लापरवाह बने हुए हैं।

वहीं भ्रष्टाचार भी शौचालय की अनिवार्यता में एक बाधा बना हुआ हैं। दोनों हालात में नुकसान आम लोगों को ही उठाना पड़ेगा। इसलिये बेहतर हैं कि वो जल्द ही शौचालय के इस्तेमाल को लेकर प्रशासन से खुलकर बात करें और अपनी दिक्कतें भी साझा करें।

भैंसदेही नगर परिषद के सीएमओ जीआर देशमुख्य का कहना हैं कि मध्यप्रदेश शासन और हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत बड़ा अभियान चल रहा हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत हमारा भैंसदेही शहर ओडीएफ तो हो चुका हैं, लेकिन फिर भी कभी-कभी यह देखने में आता हैं कि कुछ लोग जिनके यह शौचालय हैं वह भी खुले में शौच करने जाते हैं। तो हमारी परिषद में निर्णय लिया कि जिनके परिवार में शौचालय बने हैं अगर वह खुले में शौच करने जा रहे हैं, तो उनका नाम बीपीएल सूची  से कट दिया जायेगा।