Jul 10, 2017
ग्वालियर : जो शहर देश में प्रदूषण और गंदगी के नाम पर बदनाम था। अब उसी शहर में कचड़ा कलेक्शन का काम विदेशों की तर्ज पर होगा। ये काम स्वच्छ्ता अभियान के तहत किया जाएगा। ग्वालियर में जमीन के अंदर हाईड्रोलिक डस्टबिन लगाएं जाएगे। वही विपक्ष स्वच्छता अभियान के नाम से खरीदे जा रहे हाईड्रोलिक डस्टबिन के खिलाफ हैं। उसका कहना हैं कि अपने लोगों को फायदा पहुंचने के लिए करोड़ो रुपए के डस्टबिन लगाएं जा रहे हैं। ग्वालियर के गली, मोहल्ले और सड़को पर कचड़ा नही दिखाई देगा। ग्वालियर नगर निगम अब शहर के 50 स्थानों पर हाईड्रोलिक डस्टबिन लगाने जा रही हैं। साथ ही पूरे शहर में गंदगी से मुक्त करने के लिए घर-घर गीले और सूखे कचरे के डस्टबिन दिए जाएंगे। कचड़े का कलेक्शन रात में किया जाएगा।
कचड़ा कलेक्शन केंद्र जमीन के अंदर होगा। एक निजी कंपनी ने सर्वे किया है। पहले शहर में 50 और फिर 100 हाईड्रोलिक डस्टबिन लगेंगे। जो जमीन के 20 फीट अंदर होगें। इनके लगने से कचड़े से बदबूं नही आएंगी। साथ ही दो डिब्बे गीले और सूखे कचड़े के होगें और ये सब 6 माह में ग्वालियर में लग जाएंगे। वहीं माकपा पार्टी निगम के इन हाईड्रोलिक डस्टबिन का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना हैं कि निगम आयुक्त अपने ठेकेदारों को फायदा पहुंचने के लिए ये डस्टबिन लगवा रहे हैं, जबकि ग्वालियर में हजारों डस्टबिन कचड़े के ढ़ेर में पड़े हैं, जिनकी सुध कोई नही ले रहा हैं।








