Loading...
अभी-अभी:

नाइजीरियनों के गिरोह का पर्दाफाश, लाखों की हैकिंग की वारदात को दिया अंजाम

image

Oct 11, 2017

भोपाल : राज्य साइबर पुलिस ने नाइजीरियनों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया हैं। गिरोह ने स्थानीय लोगों की मदद से भोपाल में 42 लाख की हैकिंग की वारदात को अंजाम दिया। साइबर पुलिस ने तीन नाइजीरियनों समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं।

नाइजीरिया से संचालित हो रही गैंग के सदस्य इंडिया के साथ दूसरे देशों में हैकिंग के जरिए ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। चौंकाने वाली बात हैं कि नाइजीरियन बिना पासपोर्ट, वीजा के इंडिया में रह रहे हैं और सुरक्षा एजेंसियों ने इन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।

दरअसल भोपाल के मंडीदीप में रहने वाले कारोबारी आनंद जैन ने 16 सितंबर को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी कंपनी मेसर्स प्रोम्प्ट इंजीनियर्स के खाते को हैक कर 42 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए निकाल लिए हैं।

साइबर पुलिस की जांच में सामने आया कि नाइजीरियन गैंग के सदस्यों ने नेट बैंकिंग में रजिस्टर्ड आनंद जैन की बीएसएनएल की सिम फर्जी दस्तावेजों के जरिए न्यू मार्केट स्थित बीएसएनएल के ऑफिस से इशू करा ली।

इसके बाद गिरोह ने आनंद जैन के इंटरनेट बैंकिंग के आईडी पासवर्ड के जरिए मोबाइल नंबर पर ओटीपी हासिल कर फर्जी तरीके से आरटीसीएस कर खाते से 42 लाख रुपए निकाल लिए। आनंद जैन की शिकायत पर साइबर पुलिस ने बीएसएनएल ऑफिस के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो आरोपी अनिल पांडे हत्थे चढ़ गया।

आरोपी अनिल शक्ति नगर हबीबगंज इलाके में रहता हैं। आरोपी अनिल पेशे से वकील बताया जा रहा हैं। अनिल की निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी रामसिंह उर्फ राजवीर और शिवेंद्र सिकरवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा पुलिस ने तीन नाईजीरियन नागरिकों को भी को भी गिरफ्तार किया।

साइबर पुलिस ने नोएडा से तीनों नाइजीरियनों को गिरफ्तार किया हैं। नोएडा में नाइजीरियन बढ़ी संख्या में रहते हैं। पकड़े गए नाइजीरियनों में इबेजिम पीटर इंजीनियरिंग का छात्र हैं, जबकि बाकी के दो आरोपी अपनी पढ़ाई को पूरा कर ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। चौंकाने वाली बात हैं कि पकड़े गए नाइजीरियन अवैध तरीके से इंडिया में रह रहे हैं।

उनका वीजा और पासपोर्ट की अवधि समाप्त हो गई हैं। इसके अलावा भी नोएडा में रहने वाले अधिकांश नाइजीरियनों के पास वीजा और पासपोर्ट नहीं हैं। ऐसे में अवैध रूप से इंडिया में रहने वाले ये नाइजीरियन देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों के अलावा गैंग से जुड़े राजेंद्र सतनामी और जॉन ब्राउनी फरार हैं।