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लोन दिलाने के नाम पर गरीबों से करोड़ों की ठगी

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Oct 14, 2017

ग्वालियर : चिटफंट कंपनियों में शिकार होने के बाद भी न तो ठगों पर कोई फर्क पड़ा और न ही शिकार लोगों पर। ग्वालियर में घटी एक घटना से तो कम से कम यही  लगता हैं। इस बार फिर सैकड़ों लोग ठगी का शिकार हुए।

इस बार लोन दिलाने के नाम पर एक कम्पनी ने अपना जाल बिछाया और तीन महीने में करोड़ों रुपए समेट कर रातों रात भाग गई। इसके शिकार लोगों ने आज एसपी कार्यालय पहुंचकर फरियाद की। 

एक कम्पनी महिलाएं और पुरुषों से करोड़ों रुपए ऐंठकर बीती रात भाग निकली। सुबह जब इन्हें दफ्तर पर टाला लटका मिला तो  संपर्क वाले कर्मचारियों को पकड़ा और उन्हें लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए और हंगामा करने लगे।

पीड़ितों कहना हैं कि उनसे यह कहकर पैसे लिए गए कि वे बारह हजार रुपए जमा कर देंगे, तो उन्हें एक लाख रुपए लोन मिल जाएगा। ठग ने कर्मचारियों  के जरिये अपने जाल में कमजोर तबके के सैकड़ों लोगों को फंसाकर  करोड़ों रुपए ऐंठ लिए। 

लोन के नाम पर इस घपले की शुरूआत तीन महीने पहले हुई थी। जब हरि ब्रिज कंपनी ने अपने को हरिद्वार उत्तराखंड में रजिस्टर्ड होना बताया था। साथ ही ऑफिस खोलने के लिए कर्मचारियों की भर्ती शुरू की।

उन्होंने बेरोजगार युवक युवतियों से कहा कि वे ग्रुप और पर्सनल लोन दिलवाते हैं। उन्होंने पांच से दस हजार रुपये महीने की नौकरी पर कई युवक युवतियों को नौकरी दी और अच्छे काम के बदले इंसेंटिव देने की बात भी कही।

उधर करोड़ रुपए की ठगी की खबर लगते ही ग्वालियर की क्राइम पुलिस हरकत में आ गई हैं। साथ ही चिटफंड कंपनी के दफ्तर को सील कर दिया हैं। क्राइम ब्रांच पुलिस का अनुमान हैं कि ठग एक करोड़ से ज्यादा रुपए भोले-भाले लोगों से लेकर गए हैं। जिनकी तलाश में पुलिस पार्टी संबधित पतों पर छापेमार कार्रवाई कर रही हैं। 

ग्वालियर क्राइम ब्रांच के इस्पेक्टर गंभीर सिंह ने बताया कि एक फर्जी कंपनी हरि बिज के नाम से ऑपरेट हो रही थी। 3 महीने में लोन दिलाने का भरोसा देती थी, 150 से ज्यादा लोगों के साथ एक करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की हैं।

बहरहाल लोन के नाम पर ठगी करने वाले एजेंटों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया हैं। साथ ही उनसे बरीकी से पूछताछ में लग गई हैं। आखिर जिस हरि बिज कंपनी ने करोड़ों रुपए की ठगी की हैं, उसका नेटवर्क कहां-कहां हैं।