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विसर्जित गणेश प्रतिमाओं को दफनाने पर मचा बवाल

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Sep 6, 2017

झाबुआ : जिले के मेघनगर में गणेश महोत्सव का आयोजन शांति पूर्ण सम्पन्न हुआ। इतना ही नहीं गणेश विसर्जन भी बड़े शांतिपूर्ण तरीके से किया गया, किन्तु आज सुबह अचानक तनाव का माहौल बन गया। जब गणेश प्रतिमा को जिस पोखरण में विसर्जित किया गया था, उस पोखरण पर जेसीबी से मिट्टी डालकर उस स्थान को समतल किया जा रहा था।

इस बात का पता गणेश महोत्सव आयोजकों को लगा तो वे वहां पहुंचे और जेसीबी को रुकवाया और पुलिस को सूचना दी। इस घटना के बाद नगर में तनाव का माहौल बन गया तथा कई गणेश महोत्सव आयोजक सहित सभी धर्म के लोग पुलिस थाने पर पहुंचे और उस अधिकारी के खिलाफ कार्यवाई की मांग की, जिसने जेसीबी वाले को गणेश प्रतिमा को दफन करने के आदेश दिए, क्योंकि यह मामला धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ हैं इसलिए घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम तथा एसडीओपी भी मेघनगर थाने पर पहुंचे और जानकारी ली।

इस मामले में जेसीबी ड्रायवर से बात की गई, तो उसने बताया कि नगर परिषद ने उसे ढंकने तथा समतल करने को कहा था। जबकि प्रथम पूजनीय विघ्नहर्ता श्री गणेश जी का पूजन किसी भी काम की शुरूआत के पहले किया जाता हैं। उसी भगवान का अपमान किया गया। हर घर में गणपति जी को विराज मान किया जाता और 10 दिन तक पूजा अर्चना करते हैं। अनंत चतुर्थी के दिन बड़ी धूम-धाम से गाजे बाजे के साथ विधि-विधान से विसर्जन करते हैं। उसी विसर्जित मूर्ति को दफन किया जा रहा हैं। ये मेघनगर नगर परिषद का कैसा आदेश हैं।

एसडीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश हैं कि पोखरण खोद कर मूर्ति विसर्जन किया जाए, लेकिन किसी ने उस पर मिट्टी डाल दी हैं। जो भी सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन हैं, उसके अनुसार निराकरण करेंगे। जिसने भी ठकने का आदेश दिया हैं, उच्च अधिकारी से मिलकर इस पर बात करेंगे।

नगर परिषद सीएमओ ने कहा कि गड्ढा बन्द करने का आदेश नहीं दिया हैं, सिर्फ गड्ढा खोदने का आदेश दिया था। जेसीबी ड्रायवर बालू ने कहा की नगर परिषद से फोन आया था जिसका आखरी नम्बर 100 हैं और कहा कि गड्ढा बन्द कर देना, जिसमें गणेश जी की मूर्ति थी।  

गणेश जी का विसर्जन अनास नदी पर किया जाता हैं। वहां पर नगर परिषद द्वारा पोखरण बनाया जाता हैं और आदेश दिया गया कि गणेश जी का विसर्जन यहां करना हैं और सब ने गणेश जी का विसर्जन उसी में किया। विसर्जन के पहले एक शांति समिति की बैठक हुई थी, जिसमें कहा गया था की गड्ढे को मिट्टी से नहीं ढंका जाएगा और इन्होंने गड्ढा ढंक दिया।