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भारत-तिब्बत सीमा पर तैनात सैनिक की मांग, परिजनों के साथ न्याय करे म.प्र. सरकार...

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Aug 25, 2019

अखिलेश ठाकुर :  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित खंडवा जिले के पर्यटन स्थल हनुवंतिया में स्थानीय चौकीदार और गार्ड द्वारा भारतीय सीमा पर तैनात जवान अमित सिंह के भाइयों के साथ मारपीट करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज भारतीय सैनिक ने इंसाफ नहीं मिलने पर अब बंदूक उठाने तक की धमकी दी है। देखिए ये रिपोर्ट..

मध्य प्रदेश सरकार परिजनों के साथ करे न्याय
पहले सोशल मीडिया में चर्चित एक भारतीय सैनिक के इस दर्द को पढ़िए। जहाँ खुद के परिजनों को इंसाफ नही मिलने से नाराज भारत-तिब्बत सीमा पर तैनात सैनिक अमित सिंह ने लिखा है की मध्य प्रदेश सरकार उसके परिजनों के साथ न्याय करें नहीं तो एक नया पान सिंह तोमर बनने के लिए उसे बंदूक चलाने की ट्रेनिंग नही लेनी पड़ेगी। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट ने भले ही सनसनी मचा दी हो परंतु परिजनों को अबतक इंसाफ नही मिला है। एक तरफ भारतीय सैनिक देश की सुरक्षा के लिए सरहदों पर अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं। वहीं खंडवा में इन भारतीय सैनिकों के परिजनों का हौंसला बढाने की बजाय इनके साथ मारपीट की जा रही है।

पूरा मामला
हम आपको पूरी घटना बताते हैं, यह है भारतीय सेना में तैनात अमित सिंह का डरा हुआ परिवार। किसी दुश्मन मुल्क के हाथों नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात हनुवंतिया के सुरक्षाकर्मियों के गुंडागर्दी के कारण। दरअसल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन के लिए अपनी अलग पहचान बना चुके हनुवंतिया में किसी भी सैलानियों को बाहर से खाद्य सामग्री अंदर ले जाना मना है। सरहद पर तैनात अमित सिंह की पत्नी और उनके रिश्तेदार अपने इन नॉनिहालों के लिए दूध का बोतल लेकर ह्नुवंतिया के अंदर जाना चाहती थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने नियम का हवाला देते हुए अंदर जाने से मना कर दिया। विरोध करने पर सुरक्षाकर्मियों ने अमित सिंह के भाई अतुल सिंह की इतनी जमकर पिटाई की कि उसमे उसकी एक आंख पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पीड़ितों की शिकायत के बाद हालांकि सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ मूंदी थाने में मामला तो दर्ज हो गया है लेकिन राजनीतिक दवाब में किसी की भी गिरफ्तारी नही हो पाई है।

आरोपी अबतक पुलिस की पहुंच से बा​हर
इधर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने मूंदी थाने  का भी घेराव किया लेकिन आरोपी अबतक पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। लिहाजा अमित सिंह ने नया पान सिंह तोमर बनने जैसी बात सोशल मीडिया पर लिखी है। स्थानीय पुलिस का कहना है की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में धारा बढाकर आगे की कारवाई की जायेगी। बहरहाल, चम्बल के एक मामूली गाँव से निकला फौजी जिसे हालात ने बागी बना दिया था अब उसी राह पर चलने की अमित सिंह की प्रदेश सरकार को यह चुनौती क्या वाकई उसके परिजनों को इन्साफ दिला पाएगी।