Loading...
अभी-अभी:

11 साल की बच्ची के बहादुरी से किडनैपिंग की प्लानिंग हुई फेल

image

Sep 10, 2017

भोपाल : अरेरा कॉलोनी जैसे पाश इलाके में घर में घुसकर छेड़छाड़ करने का गंभीर मामला सामने आया हैं। घटना भी किसी साधारण व्यक्ति के घर नहीं बल्कि रिटायर्ड आईपीएस के घर में हुई हैं। हालांकि 11 साल की लड़की की बहादुरी और समझदारी की वजह से आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।

लड़की का भेष बनाकर बहरूपिया घरों में घुसकर तांत्रिक क्रिया के नाम पर लोगों को गुमराह करता हैं और फिर वारदात कर फरार हो जाता हैं। शनिवार को दिनदहाड़े यह बहरूपिया रिटायर्ड आईपीएस के घर में घुसा।

बहरुपिए ने बाकायदा डोर बैल बजाई और दरवाजा खोलने आई 11 साल की नाबालिग को झांसे में लिया। आरोपी ने लड़की से कहा कि किताब पर हाथ रखकर पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती हैं, अगर तुम्हे अपनी सभी विश पूरी करना हैं, तो अंदर चलो। इसके बाद आरोपी तंत्र क्रिया के नाम पर लड़की से छेड़छाड़ करने लगा।

नाबालिग लड़की आरोपी के मंसूबे समझ गई और उसने अपनी मां को फोन कर दिया। बहादुर नाबालिग की मां के मुताबिक आरोपी ने लड़की से छेड़छाड़ के अलावा पैसों की डिमांड की, लेकिन समय पर वो और पुलिस पहुंच गई।

नाबालिग की मां के मुताबिक उनकी बेटी गुड टच और बेड टच समझती थी। इसलिए बड़ी वारदात टल गई। नाबालिग की मां ने बताया कि बेटी ने फोन किया तो वो घर पहुंची। एक बहरुपिया घर से बाहर निकल रहा था। बेटी से बात की तो पता चला की ये लड़की से छेड़छाड़ कर रहा था।

सीएसपी भूपेंद्र सिंह के मुताबिक आरोपी सपेरा जाति का हैं और ये रैकी के बाद घर में घुसकर वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली डायल 100 में तैनात जवानों ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं।

अब तक की पूछताछ में पता चला हैं कि एक शख्स घर के अंदर गया था और दूसरा बैन में बैठकर इंतजार कर रहा था। पुलिस ने साफ कर दिया हैं कि आरोपियों ने किडनैपिंग की भी प्लानिंग कर रखी थी। वहीं आरोपी इससे पहले भी राजधानी भोपाल में वारदात कर चुके हैं। अब इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी।

सपेरा जाति के ये आरोपी बहुत ही खतरनाक प्रवृति के हैं। ये रैकी के बाद घर में घुसकर लूटपाट, दुष्कर्म जैसी वारदात करते हैं और फिर शहर छोड़कर फरार हो जाते हैं। पुलिस अब इस तरह के संदिग्धों को लिस्टेड कर रही हैं, जिससे राजधानी में इस तरह के खतरनाक आरोपियों का सफाया हो सके।