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30 करोड़ के घोटाले की वसूली में छूट रहे अधिकारियों के पसीने

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Sep 23, 2017

ग्वालियर : मध्य प्रदेश में विकास के नाम पर हो रहे घोटालें रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला ग्वालियर संभाग का हैं। जहां पंचायत सचिव और सरंपचों ने ग्रामीण विकास के नाम पर आएं 30 करोड़ रुपए का घोटाला कर लिया हैं। इस मामले में पंचायत के अलाधिकारियों ने सीधे तौर पर 88 सरपंचों को जिम्मेदार माना हैं।

गांवों के विकास के लिए आए रुपए का सरपंच और सचिवों ने ग्वालियर में जमकर फर्जीवाड़ा किया हैं। 8 साल में गांव में विकास के लिए आयी राशी में से 30 करोड़ रुपए का बंदरबाट कर लिया। जब धरातल पर विकास नहीं हुए और इस बात का खुलासा हुआ तो रुपए की वसूली करने के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत लगा दी, लेकिन वसूली नहीं हो पाई।

ग्वालियर संभाग में वसूली के लिए दायर हुए लगभग 603 प्रकरणों में से अभी तक 470 प्रकरणों की राशी वसूली की जानी हैं। अफसरों के समाने राशी वसूल करने में राजनैतिक रसूख भी आड़े आ रहे हैं। जिसके चलते अफसर इनसे वसूली करने में नाकामयाब सबित हो रहे हैं।

अब संबधित जिलों में एसडीएम को वसूली की जिम्मेदारी सौप रहे हैं। ग्वालियर संभाग में पहले गांव के विकास के लिए राशी पंचायत के अकाउंट में आती थी। खाता सरपंच और सचिव का ज्वाइंट होता था। सरपंच व सचिव राजीव गांधी शिक्षा मिशन, स्कूल में किचन शेड, पंचपरमेश्वर, पौधारोपण जैसे कार्यक्रमों के लिए पैसें निकलकर बंदरबांट कर लिया करते थे।