May 10, 2017
इंदौर। मध्यप्रदेश की औद्योगिक नगरी इंदौर के 800 परिवारों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। इन परिवारों की समस्या है कि इन्हें इनके मकानों से हटाकर बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा है, जबकि इनकी मांग है कि उनके मकानों को ही निगम दुरस्त कर दे। इसी मांग को लेकर सैकड़ों रहवासी कड़कती धुप में धरना पर बैठे है। मामला भूरी टेकरी का है। जहां सरकारी जमीन पर एक कच्ची बस्ती बसी हुई है। इस बस्ती को हटाकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 9 मंजिला बिल्डिंग बनायीं जा रही है। लेकिन रहवासियों की मांग है कि उनके मकान यहां से नहीं हटाये जाए, उनके वर्तमान में बने मकानों को ही दुरुस्त कर दिया जाए।
इस मांग पर शासन-प्रशासन स्तर पर कोई कार्यवाई नहीं हो रही है। कार्यवाई न होने पर 800 परिवार एकजुट होकर धरने पर बैठ गए, उनकी मांग अब यही है कि उन्हें या तो उनके ही मकान दिए जाए या उन्हें मृत्यु दे दी जाए। इच्छा मृत्यु को लेकर ये परिवार पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेटर लिख चुके है। हालांकि वहां से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। धरने पर बैठे रहवासियों से मिलने के लिए भी न तो कोई जन प्रतिनिधि और न ही कोई अधिकारी पहुंचा है।