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बड़वानीः बिना निकाह के तीन तलाक का एक मामला आया सामने

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Aug 5, 2019

सचिन राठौड़- गृहमन्त्री के गृह जिला क्षेत्र में क अजब ही मामला आया है सामने जिसमें दुष्कर्म पीड़िता को बिना निकाह के दे दिया गया तीन तलाक। पीड़िता युवती का आरोप है कि बार-बार पुलिस के चक्कर लगाने के बाद भी पुलिस ने नहीं लिखी सही एफआईआर। युवती ने कहा, बगैर निकाह किए 3 तलाक पर लिख दी एफआईआर, जबकि मामला शारीरिक शोषण और मानसिक यंत्रणा का है।

गृहमन्त्री ने कहा युवती की हर सम्भव मदद की जाएगी

गृह मंत्री के गृह जिला क्षेत्र सेंधवा में 18 वर्षीय युवती न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो गई है। युवती का आरोप है कि उसी के सजातीय माहीन, पिता कलीम मंसूरी, निवासी मेकेनिक नगर सेंधवा से उसकी दोस्ती फेसबुक पर हुई थी और उसके बाद माहीन उसे जबरन भगाकर ले गया। आरोपी 3 माह तक उसका शारीरिक शोषण कर उसके साथ मारपीट करता रहा, लेकिन युवती उसके चुंगल से आजाद होने में सफल हो गई। उसके बाद उसने सेंधवा पुलिस से शिकायत करनी चाही, मगर उसे भगा दिया गया। पुलिस का कहना था कि राजपुर जाओ, यहा की घटना नहीं होने के कारण उसे वापस सेंधवा जाने का बोल दिया। जिसके बाद युवती ने एसपी ऑफिस जाकर पीड़ा बताई। जिसके बाद उसे वापस सेंधवा भेजा गया। जहां एफआईआर पुलिस ने अपने हिसाब से लिख कर तीन तलाक का प्रदेश का पहला मामला दर्शा दिया।

युवती का कहना है कि न उसने शादी की, न निकाह किया, तो फिर तीन तलाक का मुकदमा कैसे दर्ज हुआ। इस मामले में जवाबदार जहा यू टर्न लेकर जांच की बात कर रहे हैं, वहीं प्रदेश के गृहमन्त्री भी इस मामले में सच्चाई जानने की बात कर रहे हैं। गृहमन्त्री ने इस मामले में साफ कर दिया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। अगर युवती का शोषण हुआ है तो सरकार व कानून पूरी तरह हर सम्भव मदद करेगा।