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ग्वालियरः भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दैनिक वेतन भोगियों को किया नौकरी से बाहर

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Apr 5, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दैनिक वेतन भोगियों को अचानक नौकरी से बाहर कर देने से शहर के ऐतिहासिक किले पर इन दिनों माहौल गरमाया हुआ है। नाराज़ कर्मचारियों ने आर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

दरअसल शहर के ऐतिहासिक किले पर धरना प्रदर्शन कर रहे ये वह दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं, जो 15-20 सालों से काम कर रहे थे। इन्हें कलेक्ट्रेट रेट पर वेतन दिया जाता था जो सीधे विभाग द्वारा प्रदाय होता था। लेकिन अब इन कर्मचारियों की जगह आउटसोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को किले की देखरेख और साफ सफाई के लिए रखा जाएगा। उसके कारण यहां काम करने वाले 82 मजदूरों को विभाग ने वित्तीय कठिनाइयों का हवाला देते हुए नौकरी से बाहर कर दिया है।

निकाले गये कर्मचारी कार्यालय के बाहर कर रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन

1 अप्रैल को मौखिक आदेश से इन कर्मचारियों को ड्यूटी पर नहीं आने दिया जा रहा है। मंगलवार यानी 1 अप्रैल से सभी कर्मचारी किले पर स्थित अपने कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। खास बात यह है कि पिछले 3 दिनों से इन कर्मचारियों की खोज खबर लेने और उनकी समस्या सुनने के लिए पुरातत्व सर्वेक्षण का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है। कर्मचारियों का आरोप है कि आउटसोर्स कंपनी के जरिए जिन लोगों को रखा जाएगा। उनसे विभाग के अफसर पैसा खाएंगे। अभी उन्हें खाते से सीधा भुगतान हो रहा है इसलिए कोई भी बिचौलिया इसमें शामिल नहीं है। हड़ताली कर्मचारियों का कहना है, कि उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे ट्रिब्यूनल में अवमानना याचिका दायर करेंगे क्योंकि ट्रिब्यूनल ने उन्हें स्थाई रूप से स्टे दे रखा है बावजूद उसके कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है।