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अधीक्षिका द्वारा एमडीएम प्रभारी पर लगाये गये आरोप

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Feb 12, 2019

शिवराम बर्मन- स्व सहायता समूह की महिलाओं ने झूठे आरोप में एमडीएम प्रभारी आनन्द मोर्य को फंसाये जाने के मामले में ज्ञापन सौंपा गया। जांच के बाद महिला ने 2 दिनों के बाद थाने में की थी शिकायत।

अधिकारी के समर्थन में उतरी महिलायें

डिंडोरी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार डिंडोरी गौरी शंकर शर्मा को ज्ञापन सौंपा समूह कि महिलाओं ने 26 जनवरी के दिन जिला पंचायत में पदस्त आनंद मौर्य ने उच्चाधिकारियों के आदेश पर शहपुरा पहुंचकर  अपनी टीम के साथ जाँच करने पायली घुघरी के प्राथमिक कन्या शाला आश्रम में पहुंचे थे जहाँ अधीक्षिका के द्वारा स्कूल के बच्चों को जमीन पर घटिया स्तर का मध्यान भोजन कराया जाना पाया गया जिसका वीडियो वायरल होने पर जिले के उच्च अधिकारियों ने आनंद मौर्य एमडीएम प्रभारी को जांच के आदेश दिए थे जिसके बाद आनंद मौर्य प्राथमिक कन्या आश्रम स्कूल पहुंचे जहां उन्होंने वायरल वीडियो की घटना को सत्य पाया जिसके बाद एमडीएम प्रभारी ने घटनास्थल पर ही पंचनामा तैयार किया जिसके 48 घंटे के बाद अधिक्षिका ने एमडीएम प्रभारी के ऊपर छेड़छाड़ का मामला शाहपुरा थाने में दर्ज करवा दिया छेड़छाड़ के मामले पर  जब एमडीएम प्रभारी मीडिया से रूबरू हुए तो उन्होंने बताया कि अधिक्षिका के द्वारा उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर फंसाया जा रहा है। वहीं इस मामले पर  पुलिस अधिकारियों ने भी जांच की बात कही थी जिसके बाद महिला ने पुनः  शाहपुरा थाने पहुंचकर एमडीएम प्रभारी के ऊपर छेड़छाड़ के मामले पर लिखित शिकायत थाना प्रभारी से की इसी संदर्भ में स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम डिंडोरी तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

इस मामले पर उच्चस्तरीय जांच की मांग

समूह की सभी महिलाओं ने इस मामले पर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है, साथ ही एमडीएम प्रभारी आनंद मौर्य पर जो भी आरोप और धाराएं लगाई गई है वह सभी हटाए जाने की मांग की है। वहीं एमडीएम प्रभारी के समर्थन में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने अधिक्षिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गौरतलब है कि एमडीएम प्रभारी आनंद मौर्य के समर्थन में स्व सहायत समूहों की महिलाओं ने मुख्य मंत्री के नाम से तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच की मांग की है साथ ही समूह की महिलाओं ने बतलाया कि अधीक्षिका के द्वारा लगाए गए आरोप झूठे है और निराधार है। इसकी सत्यता की जांच होनी चाहिए।