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2 करोड़ खर्च करके संवारा था टाउन हॉल अब उसी पर 70 लाख रु.बर्बाद कर रहा निगम

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May 7, 2018

मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय किस तरह से पैसों की बर्बादी करते हैं इसका उदाहरण देखना है, तो ग्वालियर में देखा जा सकता है। जहां 2016 में 2 करोड रुपए खर्च करके ग्वालियर के टाउन हॉल को संवारा गया था। अब उसी टाउन हॉल को फिर से स्मार्ट सिटी कंपनी के पुराने कामों के लिए दोबारा से 70 लाख रुपए खर्च करके दोबारा से संवारने का काम कर रही है। ऐसे में विपक्ष को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है, और वह मेयर से लेकर स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ को घेरने में लग गए है। विपक्ष का आरोप है कि ये सब खेल कमीशनबाजी के लिए खेला जा रहा है।

ग्वालियर का टाउन हॉल में एक बार फिर से रंगत लौटेने की कोशिश है टाउन हॉल में फिल्में, डांस शो, नाटक, रंगारंग कार्यक्रम समय-समय पर किए जाएंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने टाउन हॉल को संवारने के लिए 70 लाख रुपए खर्च कर रहा है। इस बीच सवाल पैदा हो रहा है कि यही काम साल 2016 में ग्वालियर नगर निगम के द्धारा टाउन हॉल में कराया गया था। लेकिन टाउन हॉल तैयार होने के बाद भी उसमें कोई काम शुरू नही हो सका। अब ऐसे में उसी काम को स्मार्ट सिंटी कंपनी कर रही है। 

विवेक शेजवलकर, मेयर ग्वालियर का कहना है कि पहले हो जाना चाहिए था लेकिन अब हमने फिर से टाउन हॉल को स्मार्ट सिटी को दे दिया है। लेकिन इस बीच टाउन हॉल की कीमत बढ़ गयी है।

वहीं इस मामले में नगर निगम का विपक्ष सीधे तौर पर ग्वालियर नगर निगम के मेयर, कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के सीईओ को घेर रहे हैं विपक्ष का कहना है कि यह सब काम सिर्फ और सिर्फ कमीशनबाजी के लिए किए जा रहा हैं। क्योंकि जिस काम को 2016 में 2 करोड़ रुपए खर्च करके किया गया था। बावजूद इसके फिर से उसी काम को दोबारा से 70 लाख रुपए खर्च करके किया जा रहा है। ऐसे में सवाल यही है कि क्या जो काम 2016 में हुए थे वह काम बिना प्लानिंग के थे, या फिर स्मार्ट सिटी के तहत पैसों को ठिकाने लगाने के लिए इस तरह का काम किया जा रहा है।

कृष्णराव दीक्षित, नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम ग्वालियर के मुताबिक टाउन हॉल के नाम पर बड़ा भृष्टाचार हो रहा है हमने इस मामले में पत्राचार भी किया है, स्मार्ट सिटी के तहत कौन-कौन से काम किए जा रहे हैं लेकिन कोई जबाब नही दिया जा रहा है।

क्या होगा टाउन हॉल में
1. 2016 में नगर निगम ने 2 करोड़ रूपए खर्च किए थे।
2. टाउन हॉल में फिल्म शो से लेकर डांस शो, नाटक, रंगारंग कार्यक्रम होगें।
3. स्मार्ट सिटी के तहत टाउन हॉल को संवारने पर 70 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। 
4. टाउन हॉल के हैरिटेज स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। 
5. ऑडिटोरियम एवं नाट्य मंच के रूप में बनने वाला हॉल पूरी तरह आधुनिक होगा। 
6. डिजिटल साउंड सिस्टम लगेगा। 
7. 3 माह बाद यह दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा। 

बहरहाल अब देखना होगा कि स्मार्ट सिटी के तहत टाउन हॉल वास्तव में उस स्वरूप में आ पाएगा या नही जिस स्वरूप को लेकर उस पर अलग-अलग एजेंसियों के द्वारा करोड़ो रूपए खर्च किए जा रहे है।