Nov 18, 2016
भोपाल। मध्यप्रदेश राजधानी भोपाल में पहला लिवर ट्रांसप्लांट ऑपरेशन रेडक्रॉस हॉस्पिटल में हो रहा है। इंदौर से भोपाल लिवर लाने के लिए दोनों शहरों में ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इंदौर में 13वीं बार तो राजधानी भोपाल में पहली बार ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया। दरअसल, बुरहानपुर निवासी सुनील विट्ठल देवकर को ब्रेन हेमरेज हुआ था। परिजनों ने सुनील को इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। यहां इलाज से मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। मरीज के ब्रेन डेड की हालत में पहुंचने के बाद सुनील के रिश्तेदार सतीश दीवानकर और सुनील नागपुरे ने डॉक्टरों के सामने मरीज के अंगदान करने की मंशा जाहिर की। डॉक्टरों को ऑर्गन रिट्रीवल की अनुमति मिलती, इसके पहले मरीज के शरीर में संक्रमण की शुरूआत हो गई।
इस वजह से मरीज को तुरंत सीएचएल अपोलो हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद लिवर भोपाल में रेडक्रॉस अस्पताल, किडनी इंदौर के एक निजी अस्पताल और हार्ट दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में ले जाने का निर्णय हुआ। भोपाल में ये लिवर रेडक्रास में भर्ती एक महिला को ट्रांसप्लांट किया जा रहा है. प्रदेश में लिवर ट्रांसप्लांट का यह पहला मामला है। सर्जरी के लिए लिवर इंदौर के सीएचएल अपोलो हॉस्पिटल से एयर एंबुलेंस से भोपाल लाया गया. भोपाल में एयरपोर्ट पर लिवर पहुंचने के बाद वहां से अस्पताल तक का 13 किलोमीटर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था. एंबुलेंस की मदद से यह एयरपोर्ट से अस्पताल तक का सफर 13 मिनट में पूरा हुआ।
ग्रीन कॉरीडोर का रूट - एयरपोर्ट, सिंगार चोली, लालघाटी, वीआईपी रोड कमला पार्क, पॉलीटेक्निक चौराहा, बाणगंगा, रोशनपुरा, अपेक्स बैंक, लिंक रोड नंबर एक होते हुए रेडक्रॉस अस्पताल