Loading...
अभी-अभी:

भोपालः एसटीएफ की बड़ी कार्यवाई, डेरी माफिया दूध में मिलावट का पर्दाफाश

image

Sep 18, 2019

दुर्गेश गुप्ता - सिलावट के आते ही मिलावट खत्म का एजेण्डां लेकर चली सरकार ने पूरे प्रदेश से मिलावट खत्म करने का उद्देश बना लिया है। प्रदेश में सबसे पहले दूध और दूध से बने प्रोडक्टों पर एसटीएफ की नजर पड़ी। जिसमें भारी मात्रा में डेरी माफिया दूध में मिलावट कर प्रदेश में सप्लाई कर रहे थे, जो कि छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक उस दूध का उपयोग करते थे। यह माफिया जिस तरह से दूध में कैमिकल और डिटर्जेन्ट मिलाकर प्रदेश में सप्लाई करते थे, वह बहुत सारी बीमारियों को पैदा करने की वजह बन रही थी। जिसमें कैंसर जैसी भयानक बीमारियां भी शामिल हैं। मगर जिस तरह से प्रदेश एसटीएफ ने इन माफियायों के घर पर डाका डाल कर उनको बेनकाब किया है। उससे बहुत हद तक मिलावट में रोक लग सकी है। साथ ही साथ सुस्त बैठा खाद्य विभाग ने भी प्रदेश को मिलावट मुक्त बनाने का बेड़ा उठा लिया है। जिसको लेकर खाद्य विभाग प्रदेश में लगातार कार्यवाई कर रहा है, मगर एसटीएफ ने जिस तरह से अपना हुलिया बदलकर इन माफियायों को अपने शिकजें में लिया है।

किसान के भेष बना कर गई टीम ने माफियायों की डेरी में चल रहे मिलावट भरे दूध का किया मुआयना

प्रदेश की राजधानी भोपाल से गठित टीम ने सबसे पहले चम्बल जोन में दबिश दे कर मिलावटी दूध का कारोबार करने वाले माफियायों पर अपना शिकंजा कसा था। भोपाल एआईजी राजेश भदोरिया ने स्वराज एक्सप्रेस से बातचीत कर बताया कि हमारी टीम को दूध और दूध से बने मावा और पनीर में भारी मात्रा में कैमिकल मिलाकर प्रदेश में सप्लाई किए जाने की जानकारी मिली थी जिसके बाद हमारी टीम के एक सदस्य ने जो की ग्वालियर का ही रहने वाला था।  अपना हुलिया बदलकर किसान की वेशभूषा में चम्बल जोन में सचांलित हो रही बड़ी-बड़ी डेरी मालिकों के पास गया औऱ वहां पर डेरी संचालकों से लगातार सम्पर्क में रहकर भारी मात्रा में दूध सप्लाई करने का बोलकर पूरी जानकारी हासिल की।

मावे और पनीर में भी भारी मात्रा में कैमिकल और डिटर्जेंट मिला

एआईजी राजेश भदोरिया ने कहा कि उसके बाद हमारी टीम ने पाया कि दूध में भारी मात्रा में कैमिकल और डिटर्जेंट मिलाया जा रहा है। साथ ही मावे और पनीर में भी भारी मात्रा में मिलावट की जा रही है। लिहाजा हमने अपनी ग्वालियर यूनिट की मदद से जब इन डेरी मालिकों के यहाँ पर छापा मारा तो भारी मात्रा में कैमिकल और डिटर्जेंट मिला। जिसको मिलाकर दूध बनाया जा रहा था। गौरतलब है एसटीएफ ने कैमिकल सप्लायर से लेकर दूध में मिलावट करने वाले डेरी संचालकों तक अपना शिकंजा कसा और प्रदेश में मिलावट करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया। एसटीएफ की इस कार्यवाई के बाद से ही पूरे प्रदेश में सरकार मिलावट के खिलाफ कार्यवाई पर उतर आई। जिसमें सरकार ने इन मिलावट खोरों के खिलाफ इतना सख्त रुख अपनाया कि मिलावट या गड़बड़ी पाए जाने पर इन लोगों के खिलाफ रासूका की कार्यवाई की। वहीं पूरे प्रदेश में अब खाद्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है।