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दुल्हन ने शादी से किया इंकारः मंडप से लौटी बारात

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Feb 16, 2019

विनोद शर्मा- ग्वालियर में एमबीए पास की एक दुल्हन ने दहेज मांगने पर बारात वापस वापस भेज दी। शादी ग्वालियर के जीवाजी क्लब में हो रही थी। फेरे के समय लड़के वालों ने लाखों रुपए मांगे तो दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया और पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस ने दूल्हा और उसके पिता को हिरासत में ले लिया।

लेन-देन की बात पक्की होने के बावजूद लालच कम न हुआ

दतिया के रहने वाले सराफा कारोबारी द्वारका प्रसाद अग्रवाल की एमबीए पास बेटी शिवांगी की शादी 15 फरवरी को ग्वालियर के जीवाजी क्लब में हो रही थी। लड़की के पिता द्वारका प्रसाद अग्रवाल ने यह आरोप लगाया है कि लेन-देन की बात पक्की होने के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन दहेज लोभी दूल्हे के पिता ने फेरों के समय लड़की वालों से संदूक खोलने को कहा और बोले कि कितना कुछ दिया है इसमें दिखाओ। जब उन्हें शादी में दी गई दहेज कम लगी तो बोले दो लाख रुपया और गाड़ी भी चाहिए। लड़की के पिता पांच लाख रुपए नगद, 10 तोला सोना और कपड़े पहले ही दहेज में दे चुके थे। इसके बाद भी दहेज की डिमांड बढ़ती जा रही थी।  जब एमबीए पास दुल्हन शिवांगी को यह पूरा माजरा पता चला तो उसने डायल हंड्रेड पर फोन कर पुलिस को बुला लिया और शादी से इंकार कर दिया। पढ़ी-लिखी और निजी कंपनी में नौकरी करने वाली शिवांगी ने बारात को खाली हाथ वापस लौटा दिया और कहा कि दहेज लालचियों के घर उसे नहीं जाना है।

मांगने वालों की इच्छाएँ कभी नहीं मरती

वहीं शिवांगी का कहना है कि वह एक पढ़ी-लिखी लड़की है और अपने पैरों पर खड़ी है। उसके बावजूद इसके दहेज मांगने वालों की इच्छाएं बढ़ती ही जा रही थीं। उसका कहना है कि वह दूसरी लड़कियों को भी यह कहना चाहती है कि यदि कोई दहेज मांगे तो अपने आप को कमजोर नहीं समझे और हिम्मत जुटा के ऐसे लोगों के घर नहीं जाना है। ऐसे दानव आज भी दहेज के लालच में जीवन भर लड़कियों को परेशान करते हैं।

दुल्हन के इंकार पर लौटी बारात

दूल्हे के पिता सुरेश अग्रवाल ग्वालियर के फालका बाज़ार में सेनेट्री और हार्डवेयर के कारोबारी है। उनका बेटा प्रतीक जिसकी शादी थी, वह भी अपने पिता के साथ दुकान पर बैठता है। उसने कोई दहेज नहीं मांगी और शादी के लिए अभी भी तैयार है लेकिन दुल्हन ने इनकार कर दिया। दूल्हे राजा गए तो थे ढोल नगाड़ों  के साथ लेकिन लौट कर अकेले आ गए। लगभग 5 घंटे चले दहेज मांगने का ड्रामा देख शादी में शरीक रिश्तेदार और मेहमान भी चले गए। हालांकि पुलिस कार्रवाई के लिए तैयार थी और इंतजार बस लड़की की मर्जी का था।

पिता को बेटी के फैसले पर हुआ गर्व, प्रेरणा की मिसाल बनी शिवांगी अग्रवाल

दुल्हन के पिता द्वारका प्रसाद अग्रवाल दतिया में सराफा कारोबारी है उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ा लिखा कर पहले इंजीनियर बनाया और बाद में एमबीए कराया। उनका कहना है कि बेटी के फैसले पर उन्हें गर्व है और उसने जो भी फैसला किया है वे उसके साथ हैं। आज के जमाने में दूसरी लड़कियों के लिए प्रेरणा की मिसाल बनी शिवांगी अग्रवाल ने जो कदम उठाया है, उस पर उसे कोई अफसोस नहीं। आखिरकार मामला पुलिस थाने पहुंच गया और  दहेज मांगने वाले परिवार पर कार्रवाई की गई है।