Sep 21, 2019
विनोद शर्मा - अगर आप ग्वालियर की सडकों पर निकल रहे हैं, तो जरा संभलकर निकले। क्योंकि कभी भी किसी भी वक्त आप हादसे का शिकार हो सकते है। जी हां हम बात इस तरह के सरियों के वाहनों की कर रहे हैं, जो खुलेआम सडकों पर दौडते नजर आते हैं। एक ऑटो को जिसमें लोहे के सरिया को इस कदर भर लिया गया कि ऊंट पुल पर वह टकरा गया और फंस गया। इस दौरान सरिया सड़क पर भी आ गए। ये तो गनीमत है कि इस दौरान कोई वाहन चालक न तो इस ऑटो के पीछे था और न ही इसके आगे था, नहीं तो गंभीर हादसा हो सकता था। किसी की जान भी जा सकती थी। इस तरह के वाहन अक्सर सडकों पर देखे जा सकते हैं जिसको लेकर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
मामले को लेकर कोई गंभीर नहीं, न प्रशासन न जनता
नियम तो यह है कि अगर इस तरह के सरियों को सड़क से ले जाना होता है, तो सरिया के पीछे ऐसी कोई चीज लगाई जाए, जिससे कोई अगर पीछे से आकर इससे टकरा जाए तो वह किसी हादसे का शिकार न बने। इसके साथ-साथ सरिया केवल वाहन के अंदर होना चाहिए वो वाहन से बाहर नहीं निकलना चाहिए। साथ ही सरिया पर लाल कपड़े भी बंधा हो। जिससे कोई भी समझ जाए कि संबंधित वाहन के पीछे चलना खतरनाक है। इस तरह के मामलों पर कलेक्टर का कहना है कि उन्होंने इसके लिए बकायादा टीमों का गठन कर दिया है, जो इन पर नजर रखे हुए है। सवाल यह है कि टीम अगर नजर रख रही है, तो इस तरह से वाहन सडकों पर कैसे दिख रहे हैं। मतलब साफ है कि मामले को लेकर कोई गंभीर नहीं है। शायद किसी हादसे के बाद ही प्रशासन की नींद खुलेगी।