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जबलपुरः कुलपति डॉ. पीडी जुयाल पर नौकरी का लालच देकर महिला के साथ दुष्कर्म करने का आरोप

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Jun 25, 2019

अरविन्द दुबे- जबलपुर की नानाजी देखमुख वेटनरी यूनिवर्सिटी इन दिनों चर्चा में है। इस यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉडॉ. पीडी जुयाल पर एक महिला को नौकरी का लालच देकर कई बार दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस में एफआईआर दर्ज की गयी है। पीड़ित महिला ने कुलपति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने जब एफआईआर दर्ज नहीं की, तब महिला ने अदालत में अर्जी लगायी थी। अदालत ने 4 जनवरी 2019 को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन कुलपति डॉडॉ. पीडी जुयाल ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था। अब हाईकोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने से रोक पर स्टे हटा लिया है, जिसके बाद थाना सिविल लाईन्स में महिला के आरोप के आधार पर पुलिस ने कुलपति के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है।

महिला का आरोप कि कुलपति ने उसकी मर्जी के बगैर संबंध बनाए

जबलपुर निवासी अट्ठाईस साल की महिला ने बताया कि उसके कुत्ते का इलाज वेटनरी अस्पताल में चल रहा था लेकिन कुत्ते की मौत हो गयी। उसे आशंका थी कि वेटनरी के चिकित्सकों की लापरवाही से उसके कुत्ते की मौत हुयी है। वेटनरी के चिकित्सकों की शिकायत को लेकर वह वेटनरी के कुलपति डॉ. पीडी जुयाल से मिली थी। इस दौरान कुलपति से उसकी बातचीत हुई जो कि बाद में मित्रता में बदल गयी। इस दौरान कुलपति डॉ. पीडी जुयाल ने उसे यूनिवर्सिटी में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया और इस एवज में पहले वेटनरी यूनिवर्सिटी में ही उसके साथ दुष्कर्म किया। कुछ दिन बाद कुलपति ने उसे रीवा बुलाया और वहां पर भी उसके साथ उसकी मर्जी के बगैर संबंध बनाए। परेशान महिला ने जब बार-बार इस प्रताड़ना का विरोध किया तो कुलपति ने उसके घर पर गुंडों से हमला कराया और उसे जान से मारने की धमकी दी।

अदालत के माध्यम से कुलपति डॉ. पीडी जुयाल पर एफआईआर दर्ज

घबराई महिला ने जब पुलिस में इस बात की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो कुलपति ने अपने रसूख के बल पर शिकायत दर्ज नहीं होने दिया। अब अदालत के माध्यम से कुलपति डॉ. पीडी जुयाल पर एफआईआर दर्ज हुई है। इधर जबलपुर एसपी अमित सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला ने इसके पूर्व कभी भी स्वयं पुलिस थाने में उपस्थित होकर शिकायत दर्ज नहीं करायी थी। इस वजह से उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गयी थी, लेकिन अब वह स्वयं थाने में उपस्थित हुई है। इस वजह से पुलिस आगे कार्यवाही कर रही है। पीड़ित महिला की सबसे पहले मेडिकल जांच करायी जायेगी। इसके बाद बयान दर्ज किये जायेंगे। जांच के बाद यदि आवश्यक होगा तब कुलपति को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

मामला बेहद हाई प्रोफाईल, पुलिस बरत रही सतर्कता

जबलपुर के एसपी अमित सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के आरोप में सबसे पहले आरोपी की गिरफ्तारी ही की जाती है, लेकिन मामला बेहद हाई प्रोफाईल है। इस वजह से पुलिस भी बेहद सतर्क होकर कदम बढ़ा रही है। ओहदा बड़ा होने की वजह से पुलिस कानून की परिभाषा भी बदल देती है। इसका जीता जागता उदाहरण जबलपुर की वेटनरी यूनिवर्सिटी के कुलपति का मामला है। अब देखना यह है कि दुष्कर्म के आरोपी कुलपति को पुलिस गिरफ्तार भी करती है या नहीं।