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इंदौरः खुद को आरबीआई का अधिकारी बताकर ठगी की वारदात को देते थे अंजाम

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Sep 5, 2019

विकास सिंह सोलंकी - राज्य सायबर सेल की इंदौर विंग ने ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो खुद को आरबीआई का अधिकारी बताकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। अब तक इन्होंने कई लोगों को अपना शिकार बनाते हुए उनसे करोडों रूपए की ठगी की है। पकड़े गए दोनों आरोपी रिश्ते में बाप बेटे हैं। सायबर सेल में प्रमोद कुमार नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने मिलकर उनके साथ ठगी करते हुए 23 लाख रूपए से अधिक ठग लिए। बदमाशों ने खुद को आरबीआई का अधिकारी बताया था। इस वजह से वह उनके जाल में फंस गए। फरियादी प्रमोद उज्जैन में राजस्व विभाग में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हैं।

टैक्स की राशि के रूप में पीड़ित से 23 लाख 62 हज़ार रूपए की राशि ऐंठ ली

उनके पास पहले आरबीआई से राजीव सक्सेना के नाम से युवक ने काल कर ये कहा कि जो इंश्योरेंस पॉलिसी लेप्स हो गयी है, उनका रुपया चुनिंदा बेंक होल्डर्स में बांटा जाना है और इसी के तहत उन्हें 1 करोड़ 68 लाख रुपए मिलेंगे और इसके आगे कि जानकारी उन्हें वरिष्ठ अधिकारी देंगे। इसके बाद आरबीआई के नाम से ही सिमरन अरोरा का फोन आया और उनसे 1 करोड़ 68 लाख रूपये के टैक्स की राशि भरने को कहा गया। जिसके तहत उन्होंने 23 लाख 62 हज़ार रूपए 24 अलग-अलग अकाउंट में जमा करवा दिए, लेकिन कई दिनों तक जब उन्हें उनका पैसा वापस नहीं मिला तो उन्हें समझ आ गया कि वे ठगी के शिकार बन गए हैं। जिसके बाद उन्होंने सायबर सेल पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के बाद सायबर पुलिस ने दोनों बाप बेटे को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी लम्बे समय से इसी तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस के मुताबिक़ इससे पहले दोनों को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था और जिन 24 अकाउंट में बदमाशों ने रुपए जमा कारवाए थे, वे सभी फर्जी अकाउंट निकले। फ़िलहाल पुलिस शातिर आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इन दोनों ने मिलकर अब तक कई लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया होगा। इनकी गिरफ्तारी के बाद अब और भी फरियादी सामने आ सकते हैं।