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खंडहर में तब्दील हो रहा शासन के 50 लाख रुपये का मुख्यमंत्री ग्रामीण हाट बाजार

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Aug 6, 2019

तारेंद्र सोनी : तहसील मुख्यालय उमरेठ का साप्ताहिक एवं दैनिक जनबाज़ार वर्षों से मुख्य सड़क मार्ग पर लगता है जिसके कारण आवागमन अवरुद्ध होने के साथ साथ सड़क दुर्घटना एवं घंटों जाम की स्थिति नियमित बनती रहती है। वहीं स्थाई दुकानों के सामने बाज़ार की अस्थाई दुकानें लगने से स्थाई दुकानदारों का व्यापार भी नहीं हो पाता है।

हाट बाजार को चालू करने की मांग
इस सम्बन्ध में नगरवासियों ने स्थानीय निकाय ग्राम पंचायत सहित जिला कलेक्टर को लिखित लिखित आवेदन देकर बाजार विस्थापित करने एवं 2015-16 में निर्मित हाट बाजार को चालू करने की मांग की थी। जिसपर ग्रामपंचायत द्वारा तीन वर्ष पूर्व निर्मित हुये मुख्यमंत्री हाट बाजार के बगल में बाज़ार के लिये उपयुक्त एक हेक्टेयर जमीन का समतलीकरण करवाकर बाजार विस्थापन की कार्यवाही की परन्तु कुछ व्यापारियों ने उक्त जमीन के ऊपर से बिजली के तार हटाये जाने की शर्त रख दी जिसके चलते बाज़ार का विस्थापन रोक दिया गया था। ग्राम पंचायत ने विद्युत विभाग से उक्त बिजली के तार हटाये जाने का स्टीमेट मांगा जो 8 लाख रुपये का था। पंचायत उक्त राशि किसी भी मद से खर्च करने में असक्षम थी। मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।

मुख्य सड़क मार्ग पर लग रहे जाम
परंतु आये दिन मुख्य सड़क मार्ग पर लग रहे बाज़ार पर जाम की स्थिति तथा सड़क दुर्घटनाओं के देखते हुये प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया। जिसके चलते अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत छिंदवाड़ा अनुराग मोदी ने विद्युत विभाग के अधीक्षण यंत्री छिंदवाड़ा योगेश कुमार सिंघई, कार्यपालन अभियंता परासिया राजीव चतुर्वेदी, कनिष्ठ अभियंता उमरेठ प्रदीप गुजर सहित सरपंच सचिव ग्रामपंचायत उमरेठ के साथ बाज़ार के विस्थापन के लिये समतलीकरण की गई भूमि का निरीक्षण किया। वहीं अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा ग्रामपंचायत के वित्त से विद्युत विभाग से उक्त स्थल पर से बड़े पोल लगाकर विद्युत लाइन के तारों को ऊंचा कर गार्डेनिंग लगाने की बात कही एवं सितंबर माह में बाज़ार विस्थापित करने एवं मुख्यमंत्री हाट बाजार को चालू करने का ग्रामपंचायत को निर्देश दिया।