May 28, 2019
शिवराम बर्मन- डिंडोरी के ग्राम गणेशपुर में एक परिवार के द्वारा अपने नाबालिग बेटे का विवाह करवाये जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जब नाबालिक के विवाह के संबंध में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को जानकारी लगी तो उसने नाबालिग चमन सिंह के परिजनों को बाल विवाह ना करने की समझाइश दी। जिस पर परिजनों के द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को आश्वस्त कराया गया कि जब तक चमन सिंह 21 वर्ष का नहीं हो जाता, तब तक उसका विवाह संपन्न नहीं करा जाएगा। महिला बाल विकास जिला महिला सशक्तिकरण टीम ने भी ग्राम गणेशपुर पहुंचकर नाबालिग के परिजनों को बाल विवाह के संदर्भ में जानकारी दी, लेकिन नाबालिग चमन सिंह के परिजनों ने अधिकारियों के द्वारा दी गई जानकारी से पल्ला झाड़ते हुए चमन सिंह का विवाह ग्राम देवरी निवासी युवती के साथ संपन्न करा दिया।
टीम ने वर वधु के साथ परिजनों को भी दिखाया कोतवाली का रास्ता
जिसकी जानकारी विभाग को लग गई और मौके पर पहुंची बाल विवाह निषेध टीम एवं डायल 100 ने वर-वधु सहित परिजनों को भी थाने ले आई। नाबालिग चमन सिंह की उम्र 17 वर्ष दस माह बतलाई जा रही है। वहीं वधु की उम्र 17 वर्ष 11 माह है। बाल विवाह निषेध टीम के द्वारा दोनों वर-वधु की उम्र के संबंध में दस्तावेज देखने के बाद इनकी उम्र का खुलासा हुआ। आपको बता दें कि लगातार विभाग की ओर से बाल विवाह रोकने के लिए अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं बाल विवाह का यह पहला मामला है जो थाने की चौखट तक आ पहुंचा है।